वित वर्ष-2019-20 की तुलना में वर्ष 2020-21 में जिला गुरूग्राम में लगभग दो गुना हुआ डिजीटल लेन-देन।

गुरूग्राम, 4 जून। गुरूग्राम के उपायुक्त डा. यश गर्ग ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना संक्रमण के इस दौर में रूपयों के लेन-देन के लिए ज्यादा से ज्यादा डिजीटल मोड का इस्तेमाल करें। आॅनलाइन पैमेंट ना केवल सुरक्षित है बल्कि संक्रमण से भी व्यक्ति का बचाव करती है।

अग्रणी जिला प्रबंधक प्रहलाद राॅय गोदारा ने बताया हालांकि पिछले एक साल में जिला में डिजीटल मोड ट्रांजेक्शन में लगभग दो गुना की बढ़ोतरी हुई है। वित वर्ष 2019-20 में डिजीटल ट्रांजेक्शन का आंकड़ा जहां 13 करोड़ 74 लाख 52 हजार 421 रूप्ये था वहीं वित वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा 26 करोड़ 5 लाख 76 हजार 594 तक पहंुच गया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि जिला में डिजीटल मोड से ट्रांजेक्शन को लेकर लोगों में जागरूकता पहले की अपेक्षा बढ़ी है।

डिजीटल ट्रांजेक्शन के फायदों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि डिजीटल मोड से किया गया भुगतान कैश या चैक की तुलना में जल्दी और सुरक्षित होता है। इसके साथ साथ व्यक्ति को इसके लिए भागदौड़ नही करनी पड़ती और उसके समय की बचत होती है। उन्होंने बताया कि डिजीटल मोड से किया गया भुगतान सुरक्षित के साथ साथ सुविधाजनक भी है।इसमें व्यक्ति देश-विदेश में बैठकर भी आसानी से डिजीटल मोड का इस्तेमाल करते हुए राशि का भुगतान कर सकता है।

उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति नकद भुगतान करता है तो वह जोखिमपूर्ण होता है क्योंकि इस दौरान चोरी आदि की संभावना बनी रहती है जबकि डिजीटल मोड में व्यक्ति सुरक्षित तरीके से पैसों का लेन-देन कर सकता है। डिजीटल मोड से किया गया भुगतान पूर्णतया पारदर्शी रहता है जिसका ट्रैक रिकाॅर्ड रखना आसान है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में डिजीटल ट्रांजेक्शन और अधिक महत्व रखता है क्योंकि रूपयों में ह्यूमन टच नही होता जिससे संक्रमण फैलने की संभावना शून्य होती है। वहीं यदि व्यक्ति नकद लेन-देन करता है तो कोरोना संक्रमण का अंदेशा बना रहता है।

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