हाई पॉवर्ड कमेटी के निर्देशानुसर कैदियों से कन्सेंट फॉर्म भरवाया. इस शिविर में 400 बंदियों को कोरोना रोधी टीके लगाए गए. जिला जेल में ऐसे टीकाकरण के 7 कैम्प आयोजित हो चुके फतह सिंह उजाला गुरुग्राम। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने गुरूवार को जिला जेल भौंडसी परिसर में बंदियों के लिए कोरोना रोधी टीका लगाने का विशेष शिविर लगाया । इस शिविर में 400 बंदियों को टीके लगाए गए। प्राधिकरण की सचिव एवं चीफ जुडिशियल मैजिस्ट्रेट ललिता पटवर्धन ने बताया कि प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा जिला एवं सत्र न्यायधीश एस पी सिंह के मार्ग दर्शन में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला जेल भौंडसी में बंदियों के लिए टीकाकरण का यह विशेष शिविर आयोजित किया गया था। उन्होंने बताया कि अभी तक जिला जेल में ऐसे 7 कैम्प आयोजित हो चुके हैं जिनमे कैदियों और जिला जेल, भोंडसी में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया है। जिला जेल भोंडसी में कुल 2545 बंदी जिनमे से 213 कैदियों जिनकी उमर 45 से ऊपर है उनका टीकाकरण हो चुका है। उनकी दोनो डोज लग चुकी हैं। कैम्प में 400 कैदियों का टीकाकरण किया गया है। इस टीकाकरण शिविर में हाई पॉवर्ड कमेटी के निर्देशानुसर कैदियों से कन्सेंट फॉर्म भरवाया गया जिसे मेडिकल ऑफिसर, डिप्टी सूपरिंटेंडेंट और पैनल अधिवक्ता की मौजूदगी में कराया जाता है। उस कन्सेंट फॉर्म को मेडिकल ऑफिसर, डेप्युटी सूपरिंटेंडेंट दिनेश और पैनल अधिवक्ता आनंद सिंह खटाना ने अटेस्ट किया है। उन्होंने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायधीश और हरियाणा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष श्री राजन गुप्ता के निर्देशानुसार गुरुग्राम में कोरोना जागरूकता अभियान, “मत जा नजदीक, खुद को रखें ठीक, उन पर रहे आँख, ढके ना जो मुँह और नाक” के अंतर्गत नागरिकों के बीच मुखौटा शिष्टाचार को विकसित करने और स्वास्थ्य की देखभाल को सुनिश्चित करने के लिए गुरुग्राम में एक कोविड जागरूकता परियोजना शुरू की गई है। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण, गुरुग्राम के अधिवक्ता और पैरा लीगल वालंटियर लगातार लोगों को मास्क पहनने, हाथों को सैनिटाइज करने और एक-दूसरे के बीच 2 गज की दूरी रखने आदि जैसे प्रोटोकॉल के बारे में जागरुक कर रहे हैं। टीकाकरण शिविर में सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव की तरफ से सीनियर मैडिकल ऑफिसर डॉक्टर तरुण और उनकी टीम मौजूद थे। सभी को कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई। साथ ही सभी को बताया गया कि वैक्सीन लगने के स्थान पर दर्द और बुखार आदि होना आम बात है। इससे घबराने की कोई जरूरत नही है। ठंड लगने और थकान जैसे लक्षण आने की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन ये 2-3 दिनों में दूर हो जाते हैं। उसके लिए उन्हें दवाई भी दी गई। शिविर में टीका लगवाने वाले कैदियों को आधे घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा गया और सभी जरूरी हिदायतें बताई गई। Post navigation किसानों के काले दिवस पर सरकार मौन उपायुक्त ने आमजन से रूप्यों के लेन-देन के लिए डिजीटल मोड का इस्तेमाल करने के लिए आमजन से की अपील