-कई योजनाओं की शुरुआत करके सरकार ने दिया सबके विकास का संदेश
-20 साल पहले के कब्जाधारियों को मालिकाना हक देकर दिया लाभ

गुरुग्राम। कोरोना से निपटने के साथ-साथ विकास की परियोजनाओं, जन उत्थान में कार्य और कोरोना के कारण प्रभावित लोगों के लिए योजनाएं शुरू करके सरकार ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि किसी भी महामारी से हमें डरकर रुकना नहीं है। हमें हौंसले के साथ आगे बढऩा है। यह बात गुडग़ांव के विधायक सुधीर सिंगला ने सरकार द्वारा शुरू की गई नई योजनाओं, परियोजनाओं व सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए कही।

विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि कोरोना से निपटने के जो प्रबंध गुरुग्राम समेत पूरे हरियाणा में किए गए, उससे आज कोरोना खात्मे की तरफ है। गुरुग्राम में कोरोना के नए केसों का आंकड़ा 100-150 के बीच में रह गया है। ऐसे में हम यह समझ सकते हैं कि सरकार की नीति और नीयत पूरी तरफ से साफ है। उन्होंने कहा कि जन उत्थान में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की है कि शहरी स्थानीय निकाय के अंतर्गत 20 साल से लीज/किराये पर रह रहे लोगों को उस जगह का मालिकाना हक दिया जाएगा। इस योजना के दायरे में वे ही लोग आएंगे, जो कि 31 दिसम्बर 2000 से पहले के लीज होल्टर या किराएदार होंगे। विधायक ने बताया कि जिसका जितना पुराना कब्जा होगा, उतनी ही कलेक्टर रेट में छूट मिलेगी। गुरुग्राम में इस योजना से दुकानदार, व्यापारी आदि को लाभ होगा। वर्षों से उन्हें इस तरह के निर्णय का इंतजार था। गुरुग्राम में दुकानदारों, व्यापारियों के परिवार में भी उत्साह का माहौल है।

इसके साथ ही 3700 करोड़ रुपये खर्च करके नये रजवाहों का निर्माण व पुराने रजवाहों की मुरम्मत की जाएगी। वहीं 490 करोड़ की राशि से पांच करम के कच्चे रास्तों को पक्का किया जाएगा। इसके अलावा बाल सेवा योजना शुरू की गई है, जिसके तहत कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों को 18 साल तक 2500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। अन्य खर्चों के लिए 12 हजार रुपये सालान अलग से मिलेंगे। बैंक खातों में 18 साल तक 1500 रुपये जमा किए जाएंगे। किशोरियों को कस्तूरबा गांधी बाल विद्यालय में निशुल्क स्कूली शिक्षा के साथ किशोरियों के खाते में 51 हजार रुपये और विवाह के समय ब्याज सहित शगुन मिलेगा। इसके साथ ही कक्षा 8वीं से 12वीं के बीच या व्यवसायिक पाठ्यक्रम में किसी भी कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को उनकी शिक्षा में सहायता के लिए एक टैबलेट प्रदान किया जाएगा। कोरोना महामारी से अनाथ हुए प्रदेश में बच्चों के पोषण की जिम्मेदारी लेकर सरकार ने बेहद ही सकारात्मक कार्य किया है। दो बार अनाथ हुए बच्चे को सरकार ने गोद लिया है। वह फिलहाल गुरुग्राम के जीव आश्रम में है।

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