मुखौटा शिष्टाचार के लिए कोविड जागरूक परियोजना की शुरुआत

गुरूग्राम, 29 मई। जिला प्रशासन द्वारा जिला में व्यापक स्तर पर चलाये जा रहे वैक्सीनेशन कैम्प की प्रक्रिया के तहत आज जिला न्यायालय में अधिवक्ताओं के कोविड टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष श्री राजन गुप्ता के निर्देशानुसर “मत जा नज़दीक, खुद को रखें ठीक, उन पर रहे आँख, ढके ना जो मुँह और नाक” के अंतर्गत नागरिकों के बीच मुखौटा शिष्टाचार को विकसित करने और स्वास्थ्य रखरखाव के उचित कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कोविड जागरूकता परियोजना की शुरुआत की गई है।

इस जागरूकता कार्यक्रम के तहत जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण , गुरुग्राम के अधिवक्ता एवं पैरा लीगल वालंटियर लगातार जिलावासियो को मास्क ठीक से पहनना, हाथों का सैनिटाइजेशन करना व आपस मे उचित दूरी बनाए रखने के लिए निरंतर जागरुक कर रहे हैं।

इस अवसर पर श्री एस पी सिंह ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश एवं चेर्यरमैन जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने जिलावासियो से अपील करते हुए कहा कि वे सभी कोविड 19 की सभी जरूरी हिदायतो का पालन कर घर पर सुरक्षित रहे व जरूरत हो तभी बाहर निकले। उन्होंने कहा कि ये महामारी शरीर के साथ साथ मानसिक धैर्य की भी परीक्षा लेती है, इसलिए हमें समझदारी व संयम से काम लेते हुए इसको हराना है।
टिकाकरण शिविर के आयोजन पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण श्रीमती ललिता पटवर्धन ने कहा कि कोरोनारोधी टीका लगवाने को लेकर लोगो में शुरू में दिख रहा संशय जागरूकता अभियानों के द्वारा कम हुआ है।

शिविर में मौजूद सीनियर मेडिकल ऑफ़िसर डॉ ख़ुशबू और उनकी टीम ने सभी को कोविशील्ड की पहली डोज़ देने के बाद आश्वस्त किया कि इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द और बुखार जैसे लक्षण आम बात हैं। इससे घबराने की कोई बात नहीं है। डोज लेने उपरांत ठंड लगने और थकान होने जैसे कुछ अन्य लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं लेकिन ये कुछ ही दिनों में दूर हो जाते हैं।

डॉ खुशबू ने बताया कि पहली डोज़ लगवाने वालों को क़रीब 30 मिनट ऑब्ज़र्वेशन में रखा गया । इसके उपरांत उन्हें जरूरी हिदायते व दवाई देकर शिविर से भेजा गया।

error: Content is protected !!