गुरुग्रामः 25 मई – कोविड के दौरान जिले की अनेक सामाजिक संस्थाओं की बदौलत जिले के सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीजो का जीवन केवल इसलिए बच पाया कि इन संस्थाओं ने समय पर मरीजों को किसी ने प्लाज्मा किसी ने प्लेटलेट तो किसी ने रक्त उपलब्ध करवाया। इसके लिए ये संस्थाएं कोविड के इन मरीजों के लिए भगवान का रूप बन कर सामने आई है और एक रियल हीरो की भूमिका इन संस्थाओं के द्वारा निभाई गई है।

इस कार्य में जिला प्रशासन के एवं रैडक्रास सोसायटी के साथ मिलकर श्री श्याम कृपा संघ के संस्थापक अशोक कुमार, उप-प्रधान प्रवीण यादव ने 250 से अधिक रक्त इकाई प्रशासन और रैडक्रास सोसायटी के कहने पर सरकारी अस्पताल एवं गैर सरकारी अस्पतालों में डोनेट की गई। जिसमें सरकारी रक्तकोष, फोर्टिस, मेदांता, आर्टिमिस एवं मैक्स आदि दिल्ली के बड़े अस्पताल भी शामिल है। इसके अलावा दिल्ली व गुरुग्राम के प्रधान लवलीन कुमार सतीजा द्वारा रोटरी ब्लड बैंक और कैनवीन फाउंडेशन के सहयोग से 300 से अधिक लोगों को प्लाज्मा और 50 से अधिक रक्त ईकाई उपलब्ध करवाने में अहम भूमिका निभाई। जिसके अंतर्गत प्रथम पंक्ति में श्याम कृपा सेवा संघ, लायन्स क्लब दिल्ली-गुरुग्राम, रोटरी ब्लड बैंक कैनवीन फाउंडेशन एंव नवकल्प फाउंडेशन शामिल है।

उपायुक्त यश गर्ग ने बताया कि लाॅयन्स क्लब दिल्ली-गुरुग्राम के प्रधान लवलीन सतीजा की अहम भूमिका रही है। जिन्होने रैडक्रास एंव प्रशासन के प्रत्येक काॅल को अटेन्ड ही नही किया बल्कि कार्य पूरा भी किया इसके साथ-साथ सरकारी रक्तकोष, रोटरी ब्लड बैंक और कैनवीन फाउन्डेशन के संचालको के भी अहम भूमिका कोविड-19 से पीड़ित मरीजो को प्लाजमा, प्लेटलेट एंव रक्त उपलब्ध करवाने में रही है। उपायुक्त ने कहा कि जब से लाॅक डाउन शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक एक हजार व्यक्तियों को रक्त, प्लाजमा एंव प्लेटलेट विभिन्न माध्यमों से उपलब्ध करवाई गई है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त यश गर्ग ने बताया कि गुरुग्राम जिले में कोविड के दौरान कुछ नाम और कुछ संस्थाएं ऐसी निकल कर आई है जिनके योगदान को भुलाया नही जा सकता जिसमें सबसे बड़ा महत्वपूर्ण रोल रैडक्रास सोसायटी द्वारा निभाया गया है इसके साथ-साथ पूरे देश भर के मरीज जो गुरुग्राम के मल्टी अस्पताल में दाखिल है उनके सेहत का भी ध्यान रखते हुए उन्हें भी समय-समय पर रक्त उपलब्ध करवाया गया है।

उपायुक्त ने बताया कि जिले में रक्त की पूर्ति का कार्य उन मरीजों के लिए किया गया है जो सामान्य रूप से दाखिल थे और उन मरीजो का भी ध्यान रखा गया है जो कोविड से पीड़ित थे। उपायुक्त ने बताया कि इन सभी संस्थाओं को कोऑर्डिनेट करने की जिम्मेदारी रैडक्रास सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर को दी गई थी जिन्होने एक टीम के माध्यम से पूरा किया, रक्त का अभाव न रहे इसके लिए एक टीम बनाई गई जिसमें रैडक्रास सोसायटी के कर्मचारियों को शामिल किया गया। जिसमें श्यामा राजपूत, अतुल कुमार एव आकाॅक्षा को सूची बनाने की जिम्मेदारी दी गई और एक नियमित रक्तदाताओं की सूची तैयार की गई और एक रक्तदाता ग्रुप भी बनाया गया जिसके माध्यम से समय-समय पर आमजन को रक्त प्रदान करने का कार्य किया गया।

उपायुक्त ने स्वयं सेवी संस्थाओं एवं रक्त दाताओं से अनुरोध किया कि यदि वे भी रक्तदान के क्षेत्र में काम करना चाहते है तो रैडक्रास सोसायटी के सचिव श्याम सुंदर के मो0 न0 9416464748 पर सम्पर्क कर सकते है।

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