चंडीगढ़, 22 मई- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना के रूप में एक बहुत बड़ा संकट पूरे विश्व के सामने आया है और यह बात भी अछूती नहीं है कि हमने एक अदृश्य दुश्मन का बड़ी मजबूती के साथ सामना किया है। भविष्य में इस पूरी लड़ाई की पल-पल की गतिविधियों को लिखने के लिए पीजीआई के चिकित्सकों की एक टीम भी बनाई गई है। स्वास्थ्य मंत्री आज फरीदाबाद के बीके नागरिक अस्पताल में तैयार की गई प्रदेश की सरकारी क्षेत्र की 20वीं आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब का ऑनलाइन उद्घाटन करने के उपरांत संबोधित कर रहे थे। इस उद्घाटन के साथ ही प्रदेश में टेस्टिंग लैब की संख्या 42 हो गई है। अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर भविष्य में 50 या 100 साल बाद इस तरह की कोई महामारी आती है तो आज के समय में हमारी की गई व्यवस्थाओं का फायदा भावी पीढ़ियां ले सकती हैं। उन्होंने कहा कि एक साल पहले जब कोरोना महामारी आई थी तो हरियाणा प्रदेश में एक भी टेस्टिंग लैब नहीं थी, लेकिन आज एक वर्ष में हम प्रदेश में 20 सरकारी क्षेत्र की लैब स्थापित कर चुके हैं। प्रदेश के जिन जिलों में अभी तक यह लैब स्थापित नहीं हुई है वहां भी जल्द ही इनकी शुरुआत की जाएगी। आज हम प्रतिदिन 92 हजार सैंपल टेस्टिंग की क्षमता पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी मेहनत के साथ इस बीमारी से लड़ा है, जिसके लिए वह बधाई का पात्र है। मैं उन सभी चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और उनके साथ कार्य करने वाले सभी लोगों को सैल्यूट करता हूं। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में प्रतिदिन 15000 नए मरीज आ रहे थे और अब यह संख्या घटकर 5000 मरीज प्रतिदिन पर आ गई है। उन्होंने कहा कि आज बेशक हम कोरोना के मामलों पर कुछ नियंत्रण करने में सफल हुए हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में देशभर में सैकड़ों डॉक्टरों ने अपना जीवन खोया है लेकिन इसके बावजूद सभी निर्भीक होकर दिन-रात वार्डों में मरीजों का उपचार कर रहे हैं। इस लड़ाई का जब भी इतिहास लिखा जाएगा, उसमें इन चिकित्सकों का नाम भी स्वर्णिम अक्षरों में अंकित होगा। अपने संबोधन में ब्लैक फंगस को एक बहुत बड़ी चिंता बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जब उन्हें इसके बारे में पता लगा तो उन्होंने तुरंत इसके इलाज को लेकर गंभीरता बरतनी शुरू कर दी थी। केंद्र सरकार ने भी इस बीमारी को लेकर निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति अपने इलाज को लेकर अपने आप को बेसहारा न समझे। उन्होंने कहा कि कल तक प्रदेश में ब्लैक फंगस के 332 मरीज सामने आए हैं। इसके उपचार के लिए प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में 20 बेड रिजर्व किए गए हैं और सभी सिविल अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर उनके यहां ब्लैक फंगस का कोई मरीज आता है तो तुरंत संबंधित मेडिकल कॉलेज में रेफर करें। उन्होंने कहा कि हमने इंजेक्शन के लिए ग्लोबल टेंडर किया है और केंद्र सरकार के पास भी 12000 इंजेक्शन की डिमांड रखी है। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने अपने संबोधन में कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरीन कार्य हुआ है। इस अवसर पर बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा, प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं वीना सिंह, मंडलायुक्त संजय जून, उपायुक्त यशपाल, सीएमओ रणदीप सिंह पुनिया सहित कई अधिकारी मौजूद थे। Post navigation ब्लैक फंगस बीमारी को रोकने के लिए समय रहते सभी आवश्यक कदम उठाने होंगे- बिजली मंत्री हरियाणा सरकार ने सोशल जस्टिस एवं इम्पॉवरमेंट विभाग में नियुक्त किए नए सदस्य