कितलाना टोल पर अनिश्चितकालीन धरने 148वां दिन, किसानों ने की जोरदार नारेबाजी

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

21 मई, कोविड महामारी की दूसरी लहर ने जनता पर कहर बरपा कर रख दिया है। इसकी दोहरी मार गरीब किसान,मजदूर व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों पर ज्यादा पड़ रही है और सरकार से उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही। ये आरोप वक्ताओं ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि एक तरफ उचित इलाज के अभाव में वे बड़ी संख्या में हताहत हो रहे हैं दूसरी और आर्थिक संकट व रोजगार के अभाव में रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। 

 उन्होंने कहा कि  सरकार लाकडाउन के चलते गरीबों को कोई नकद सहायता नहीं दे रही है। इस महामारी से बचाने हेतु गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने के साथ 7500 रुपये प्रतिमाह नकद राशि मिलनी चाहिए। उनके अनुसार सभी सरकारी हस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाईयां,  आक्सीजन बैड, डाक्टर, पारा मैडीकल स्टाफ उपलब्ध करवाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारों ने समय रहते कोई व्यवस्था नहीं की, इसलिए महामारी ने गांव, कस्बों व शहरो में पैर पसार लिए हैं और अब जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है।

 संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे धरने के 148वें दिन खाप सांगवान चालीस के सचिव नरसिंह डीपीई, श्योराण खाप पच्चीस के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप सुरेश फौगाट,  किसान सभा के रणधीर कुंगड़, चौगामा खाप के मीरसिंह, राज सिंह जताई, सुभाष यादव, सुखदेव पालवास, संतोष देशवाल, राजबाला कितलाना, प्रेम शर्मा, बलबीर बजाड़ ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। और कहा कि तीन काले कानूनों को लेकर जारी संघर्ष निरंतर नई ऊचांइयों को छू रहा है और देर सवेर सरकार को झुका कर रहेगा। 

 इस अवसर पर मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरजभान सांगवान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, कमल प्रधान, रणधीर घिकाड़ा, आजाद फौजी, धर्मेन्द्र छ्पार, राजकुमार हड़ौदी, जगदीश हुई, राजबीर बोहरा, होशियार सिंह पहलवान, रामानन्द धानक, शमशेर सांगवान, प्रताप सिंहमार, मदन, कर्मबीर, महाबीर भट्टा मजदूर, ओमप्रकाश प्रजापति, चन्द्र चमार हड़ौदा, महाबीर चांग, नरेन्द्र फोगाट, महेन्द्र धानक इत्यादि मौजूद थे।