अब तक 3 लाख 20 हजार 327 इम्युनिटी किटें वितरित।

गुरुग्राम , 21 मई। उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि आमजन की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष विभाग द्वारा अब तक जिला में 320327 इम्युनिटी किट आंबटित की जा चुकी है। कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए आयुष विभाग द्वारा आबंटित की जा रही इम्युनिटी किट आमजन के लिए काफी कारगर सिद्ध हो रही है।

उपायुक्त ने बताया कि जिला में क्षेत्रवार इम्युनिटी बुस्टर दवाइयों का वितरण किया जा रहा है। इस दौरान लोगों को कोरोना संबंधी बचाव उपायों के बारे में भी जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि अब तक जिला के कंटेनमेंट जोन में 2 लाख 33 हजार इम्युनिटी किटें वितरित की जा चुकी है। इसी प्रकार, कोरोना संक्रमित मरीजों को 68 हजार 327 तथा नगर निगम, पुलिस विभाग , स्वास्थ्य विभाग तथा फ्रंटलाइन वाॅरियर्स को 19000 किटें आबंटित की जा चुकी है।

उन्होंने बताया कि लोगों को बताया जा रहा है वे प्रतिदिन दिन में दो बार नाक में तेल अवश्य लगाएं। इसके साथ ही प्रतिदिन सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश खाकर हल्दी वाला दूध पीएं। शुगर के रोगी शुगर फ्री चवनप्राश ले सकते हैं। गिलोय घनवटी दवा सभी को दी जा रही है जो अत्यंत लाभदायक है और अनेक प्रकार से शरीर की रोगों से रक्षा करती है। यह इम्यूनिटी अर्थात् हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ सर्वोत्तम ज्वरनाशक औषधि है। शरीर में किसी भी प्रकार के इंफेक्शन की रोकथाम के लिए यह अति उत्तम औषधि है। आयुष क्वाथ एक महत्वपूर्ण औषधि है। गुडुची घनवटी के साथ-साथ सम मात्रा में यह आयुष क्वाथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ कफ दूर करती है तथा ज्वरनाशक है। यह रोग के कारण कम हो गई भूख को बढ़ाता है पाचन तंत्र ठीक करता है।

आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना से बचाव के लिए लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है जिसके अनुसार दिन में कम से कम एक बार काढ़ा पीने से व्यक्ति काफी हद तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकता है। डीसी व आयुष विभाग के निर्देशानुसार जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. मंजू बांगड़ ने बताया कि कोरोना के बाद लोगों की जीवनशैली में बदलाव आया है। हर कोई अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में जुटा है ताकि कोरोना के साथ-साथ अन्य बिमारियों से भी बचाव हो सके। इम्युनिटी बूस्टर के प्रति लोगों में तेजी से जागरूकता बढ़ी है। इससे कोरोना ही नहीं, कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। पहले जो लोग सुबह अपने दिन की शुरूआत कॉफी व चाय की चुस्की से करते थे, वह अब आयुर्वेदिक देसी काढ़ा लेते हुए स्वास्थ्य के प्रति सजगता बरत रहे हैं।

-काढ़ा तैयार करने की विधि – डा.बांगड़

जिला आयुष अधिकारी डा. मंजू बांगड़ ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा लोगों को घर पर ही काढ़ा बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और उन्हें विधि भी बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि एक कप काढ़ा बनाने के लिए एक कप पानी उबालते समय गुड मिला लें और पानी उबलने पर गैस बंद कर दें। एक ग्राम की मात्रा में क्वाथ द्रव्य डालकर ढककर रख दें। कुछ देर बाद छानकर पी लें। पीते समय इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं। सेंधा नमक या काला नमक भी स्वादानुसार डाल सकते हैं। इस काढ़े को पीने से कोरोना समेत कई अन्य बीमारियों से आसानी से लडने में सक्षम हो जाएंगे।

काढ़ा बनाने में इन सामग्रियों का करें प्रयोग-

उन्होंने बताया कि घर पर अपनी रसोई में भी काढा तैयार करते हुए रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित की जा सकती है। उन्होंने बताया कि खास बात यह है कि काढ़ा बनाने के लिए जरुरी वस्तुओं में से ज्यादातर चीजें हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाती हैं। काढ़ा बनाने के लिए तुलसी के पत्तें, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, गुड़, नींबू का प्रयोग किया जा सकता है।

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