जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों के रिकवरी रेट का आंकड़ा बढ़कर पहुंचा 91.89 प्रतिशत

-जिला में तेजी से ठीक हो रहे हैं कोरोना संक्रमित मरीज, 3-टी-टेस्टिंग, ट्रेसिंग व ट्रीटमेंट पर ध्यान केन्द्रित करते हुए किया जा रहा है काम।

गुरूग्राम, 21 मई। गुरूग्राम जिला में कोरोना संक्रमित मरीज अब तेजी से ठीक हो रहे हैं और प्रतिदिन संक्रमित पाए जाने वाले व्यक्तियों से ठीक होने वाले व्यक्तियों की संख्या अधिक होती है। इससे लगता है कि गुरूग्राम जिला में अब कोरोना दम तोड़ रहा है। जिला में समाचार लिखे जाने तक कोरोना संक्रमित मरीजों का रिक्वरी रेट बढकर 91.89 प्रतिशत हो गया है।

इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सघन टेस्टिंग व ट्रेसिंग अभियान चलाया जा रहा है ताकि स्वस्थ लोगों तक यह संक्रमण ना फैले। ऐसे मरीजों की समय रहते पहचान होने से कोरोना संक्रमण को समय रहते रोकने में मदद मिलती है। जिला में इस अभियान के तहत हाईरिस्क एरिया में सघन टेस्टिंग अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान करने के लिए क्षेत्रवार टीमें लगाई गई हैं। पिछले कुछ समय में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामले अपेक्षाकृत अधिक देखे गए हैं। इन क्षेत्रों में 164 टीमें योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान करने में जुटी हैं।

स्वास्थ्य विभाग तथा जिलावासियों के सहयोग के चलते अब लोगों में कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूकता भी बढ़ी है। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आवश्यक जानकारी भी लोगों से सांझा की जा रही है। इसके अलावा, कोरोना संक्रमित मरीजों का भी होम आइसोलेशन को लेकर विश्वास पहले की अपेक्षा बढ़ा है। अब लोग होम आइसोलेशन में रहकर भी ठीक हो रहे हैं। डा. यादव ने बताया कि हमारा प्रयास है कि लोगों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएं और उनमें कोविड संक्रमण के बचाव उपायों के बारे में जागरूकता बढ़े। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा सेवा तथा समर्पण भाव से कार्य करते हुए लोगों को जरूरत अनुसार उनके घर तक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।

उन्होंने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की समय रहते पहचान होने से उनका समय पर इलाज हो जाता है। उन्होंने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना संबंधी लक्षण दिखने पर तुंरत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर संपर्क करें और कोरोना जांच के लिए सैंपल दें। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग जल्द से जल्द अपना टीकाकरण करवाएं और सोशल डिस्टेंसिंग व फेस मास्क का प्रयोग करें। टीकाकरण के बाद भी व्यक्ति को एसएमएस अर्थात् सोशल डिस्टेंसिंग , मास्क व सैनिटाइजेशन की पालना करनी होगी। ऐसा करके हम स्वयं को ही नही बल्कि अपने परिचितों व परिजनों को भी सुरक्षित रख सकते हैं।

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