5 जी से कोरोना होने की अफवाहों को उपायुक्त ने बताया भ्रामक, अफवाह फैलाने वालों पर होगी सख्त कार्यवाही

गुरूग्राम, 21 मई। गुरूग्राम के उपायुक्त डा. यश गर्ग ने 5जी से कोरेाना होने की अफवाहों को भ्रामक बताते हुए स्पष्ट किया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस बात की पुष्टि की है कि कोई भी वायरस रेडियो तरंगों या मोबाइल नेटवर्क से नहीं फैलता इसलिए 5जी टेस्टिंग से कोरोना संक्रमण नहीं फैल सकता। इसके अलावा, टेलीकॉम विभाग का कहना है कि भारत में अभी 5जी टेस्टिंग शुरू ही नहीं हुई है।
उपायुक्त ने चेतावनी दी है कि कोरोना संक्रमण को लेकर भ्रामक प्रचार करने वालों से जिला प्रशासन सख्ती से निपटेगा और उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

उपायुक्त ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही है कि 5जी से कोरोना संक्रमण फैलता है जोकि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण का 5जी तकनीक से कोई सरोकार नही है। कोरोना वायरस संक्रमण कैसे फैलता है और इसे लेकर क्या सावधानी बरतनी चाहिए , की जानकारी स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन समय समय पर लोगों तक पहंुचा रहे है। लोगों को इस प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नही देना चाहिए और इस प्रकार की पोस्ट को अपने अकाउंट से शेयर ना करे। ये अफवाहें बिना तथ्यों की जांच किए फैलाई जा रही है । यह लोगों में कोरोना संक्रमण को लेकर और अधिक नकारात्मकता पैदा कर रही है जबकि कोरोना से डरने की बजाय इससे सावधान रहने की जरूरत है।

उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि इस बारे में डब्ल्यूएचओ भी कह चुका है कि कोरोना वायरस मोबाइल नेटवर्क या रेडियो तरंगो से नही फैलता। इस बारे में दूरसंचार विभाग भी स्थिति साफ कर चुका है कि कोरोना महामारी और 5जी तकनीक का आपस में कोई संबंध नही है। उन्होंने कहा कि भारत में अभी तक 5जी तकनीक टेस्टिंग भी शुरू नही हुई है, इसलिए 5जी से कोरोना होने को लेकर जो अफवाहें फैलाई जा रही है उसको लेकर सख्त कार्यवाही की जाएगी।

उपायुक्त ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे बिना तथ्यों की पड़ताल करें इस प्रकार की पोस्ट को शेयर ना करें। इस प्रकार की अफवाहों से लोगों की मानसिक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण फैलाने वाले लोगों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

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