पहली ही बरसात में कोविड-19 सेंटर बन गया तालाब !

संडे को ही इसका सीएम खट्टर के द्वारा करवाया गया था उद्घाटन.
बरसात ने ताऊ देवी लाल स्टेडियम के कोविड सेंटर की खोली पोल

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम ।   सीएम खट्टर के द्वारा बीते संडे और मंडे को हिसार से लेकर गुरुग्राम तक विभिन्न कोविड-19 और आइसोलेशन सेंटर का ताबड़तोड़ उद्घाटन किया गया या यूं कहें कि कोविड-19  कंट्रोल   करने में जुटे प्रशासन के द्वारा उद्घाटन करवाया गया । बहरहाल सीएम खट्टर के हाथों कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर का उद्घाटन हो चुका और इसके विषय में सीएम खट्टर के द्वारा बेहद विस्तार से तमाम जानकारियां साझा की गई कि किस प्रकार की सुविधाएं कोरोना के उपचार के लिए रोगियों अथवा पीड़ितों सहित जरूरतमंदों को उपलब्ध करवाई जाएंगी।

इसके दो दिन बाद ही ताऊते चक्रवात के कारण जिला गुरुग्राम सहित अन्य स्थानों पर बदले मौसम के मिजाज के बीच हुई बरसात में खासतौर से साइबर सिटी, मेडिकल हब और हरियाणा को सबसे अधिक राजस्व देने वाले गुरुग्राम के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में बनाए गए कोविड-19 सेंटर की पूरी तरह से पोल खोल कर रख दी । बुधवार को दिन भर बरसात होती रही और ताऊ देवी लाल स्टेडियम में बरसाती पानी का तालाब बन गया। जिसका परिणाम सामने यह आया कि यहां बनाए गए लाखों रुपए लागत के कोविड-19 केयर आइसोलेशन सेंटर ने भी तालाब का रूप ले लिया । वैसे भी बरसात होते ही गुरुग्राम सिटी में जलभराव के कारण जो परेशानियां लोगों को झेलनी पड़ती आ रही है, वह किसी से छुपी हुई नहीं रह सकी है ।

दावा तो यह किया गया था की कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर का उद्घाटन के बाद यहां तत्काल कोरोना पीड़ितों का उपचार आरंभ कर दिया जाएगा । लेकिन अब जो हालात बने हैं , उन्हें देखते हुए कम से कम एक सप्ताह तक उम्मीद ही नहीं की जा सकती कि यहां पर किसी भी प्रकार से कोरोना कॉविड पीड़ितों का उपचार संभव है । वैसे भी कथित रूप से आनन-फानन में आधे अधूरे कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर का सीएम मनोहर लाल खट्टर के हाथों उद्घाटन करवाया गया । यह मामला भी मीडिया में सुर्खियां बटोरने में सफल रहा है ।

गुरुवार को ताऊ देवी लाल स्टेडियम जहां पर विभिन्न प्रकार की राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होती रही हैं , उस स्थान पर बने कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर तक पहुंचना भी पैदल किसी के लिए संभव दिखाई नहीं दे रहा था। हालांकि यहां पर कोविड केयर सेंटर के अंदर और बाहर बरसाती  पानी को निकालने के लिए गुरुग्राम का सरकारी और प्रशासनिक अमला अपना पसीना बहाते हुए देखा गया। विपक्ष के द्वारा भी ताऊ देवी लाल स्टेडियम में बने अथवा बनाए गए कोविड- केयर आइसोलेशन सेंटर पर सरकार को घेरना आरंभ कर दिया गया है। विपक्ष के कई नेताओं का कहना है कि दूरदर्शी योजनाएं बनाने वाले आला अधिकारियों को क्या इस बात का कतई भी एहसास नहीं था या फिर ध्यान नहीं था कि यही समय मानसून का भी है और बरसात होते ही गुरूग्राम शहर पूरी तरह से पानी का ही शहर बना हुआ दिखाई देता है

बहरहाल ताऊ देवी लाल स्टेडियम में बनाए गए कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर में प्रशासन के द्वारा उपलब्ध करवाए गए साजो सामान का कितना और किस प्रकार का नुकसान हुआ है , इस मामले में  अधिकारी बोलने से बचते हुए दिखाई दे रहे हैं । सवाल यह है कि अधिकारी जवाब भी दे तो आखिर क्या जवाब दें! हालांकि बुधवार को हुई बरसात ताऊते चक्रवात के साथ- साथ प्री मानसून बरसात कहीं जा रही है। जब पहली ही बरसात में कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर का हाल बरसाती तालाब के रूप में उभर कर सामने आया है तो भरपूर मानसून के दौरान क्या हाल होगा ? यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

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