-उपायुक्त डा. यश गर्ग ने उच्च अधिकारियों के साथ किया साइट का निरीक्षण।-अस्पताल के अगले सप्ताह तक शुरू होने की संभावना, जिला प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर की जा रही हैं तैयारियां। गुरूग्राम, 12 मई। गुरुग्राम जिला प्रशासन वेदांता ग्रुप के साथ मिलकर सैक्टर-38 स्थित ताउ देवी लाल स्टेडियम में जल्द ही 100 बैड का अस्पताल शुरू किया जा रहा है। इस अस्थाई अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी ताकि वे जल्द स्वस्थ हो सके। इस अस्थाई अस्पताल की तैयारियों का उपायुक्त डा. यश गर्ग ने सिविल सर्जन डॉक्टर वीरेंद्र यादव के साथ ताउ देवी लाल स्टेडियम पहुंच कर जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। हालांकि पिछले कुछ दिनों में गुरूग्राम जिला में कोरोना संक्रमण संबंधी मामलों में कमी आई है लेकिन वर्तमान कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की जरूरतों को पूरा करते हुए गुरुग्राम जिला प्रशासन अभी से तीसरी नजर की तैयारियों में लग गया है। भविष्य में आने वाली चुनौती के लिए पहले से तैयारी की जानी आवश्यक है ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को ईलाज की सुविधा मिल सके। उपायुक्त डॉ गर्ग ने कहा कि इस अस्थाई अस्पताल को 100 बैड की क्षमता का बनाया जा रहा है, जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य की माॅनीटरिंग करने के साथ साथ उन्हें अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने बताया कि कंपनी अपनी अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के माध्यम से कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक हजार बैड की व्यवस्था करने की योजना है। इसकी शुरूआत गुरूग्राम जिला से की जा रही है। गुरूग्राम में बनाए जाने वाले इस अस्थाई अस्पताल को लेकर जिला प्रशासन व कंपनी द्वारा लगभग सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। इसे बनाने में हेपा फिल्टर नामक अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जो वायरस के संक्रमण को रोकने में कारगर है। गर्मी के मौसम को देखते हुए इसे वातानुकूलित बनाया गया है। शुरूआती चरण में यहां 80 आॅक्सीजन बैड तथा 20 आईसीयू बैड की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि हमारा विश्वास है कि ढांचागत स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करने से कोरोना संक्रमित मरीजों को बड़े पैमाने पर राहत मिलेगी। इसके माध्यम से कई कोरोना संक्रमित मरीजों की जिंदगी भी बचाई जा सकती है। उन्होंने भरोसा जताया कि हम सभी के सांझे प्रयास से निश्चित तौर पर कोरोना संक्रमण की लड़ाई को जल्द ही जीतेंगे। उपायुक्त ने जिला में कार्यरत अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं से अपील करते हुए कहा कि वे मुश्किल की इस घड़ी में जिला प्रशासन का सहयोग करें और मदद के लिए आगे आएं। जिला में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में आमजन का सहयोग अत्यंत आवश्यक है, इसलिए लोग परोपकार की भावना का परिचय दें और एक दूसरे की मदद करें। Post navigation ऑक्सिजन सिलेंडर की डिलीवरी से जिला में कोरोना संक्रमित मरीजों को मिली बड़ी राहत : उपायुक्त यश गर्ग रोडवेज की 5 मिनी बसों को बनाया एंबुलेंस, एक बस में 4 बेड स्थापित किए