-प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन का किया कोटि-कोटि आभार।
-नगर निगम, रैडक्रास के 100 से अधिक वालंटियरों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा दिन-रात लोगों की निःस्वार्थ भाव से की जा रही है सेवा।
जानकारी देते हुए उपायुक्त डा यश गर्ग

गुरूग्राम, 12 मई। कोरोना संक्रमण काल के इस दौर में ऑक्सिजन सिलेंडर के महत्व से हम भली भांति परिचित है। गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के लिए इसका महत्व और अधिक है क्योंकि उनके लिए यह प्राणदायिनी है। प्रदेश सरकार द्वारा आॅक्सीजन सिलेंडर की घर पर डिलीवरी की सुविधा से लोगों को बड़े पैमाने पर राहत मिली है और वे प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए नही थक रहे।

प्रदेश सरकार के पोर्टल -http://oxygenhry.inके माध्यम से जिला प्रशासन को रोजाना ऑक्सिजन सिलेंडर के लिए आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। ऑक्सिजन सिलेंडर के डिस्टरीब्यूषन को लेकर उच्चाधिकारी की तीन सदस्यीय टीम द्वारा निरंतर माॅनीटरिंग की जा रही है ताकि जरूरतमंदों लोगों तक आक्सीजन की सप्लाई की जा सके। इस कार्य को रैडक्रास सोसायटी के वालंटियर, नगर निगम तथा स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा मिलजुल किया जा रहा है। इन तीनों ईकाईयों द्वारा एक टीम के रूप में काम करते हुए लोगों की मदद की जा रही है परिणामस्वरूप आज कोरोना संक्रमित मरीज व उनके परिवार के सदस्य सिलेंडर की डिलीवरी करने वाले लोगों का हाथ जोड़कर धन्यवाद करते नजर आ रहे हैं।

सैक्टर-30 स्थित जलवायु विहार के मनोज कुमार ने सिलेंडर डिलीवरी मिलने उपरांत जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने मुश्किल के इस दौर में कोरोना संक्रमित मरीजों को बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा कि पहले सिलेंडर रीफिल करवाने के लिए उन्हें घंटों लाइन में लगना पड़ता था लेकिन अब उन्हें घर पर ही सिलेंडर रीफिल की सुविधा मिल रही है जिससे उन्हें काफी सहायता मिली है।
इसी प्रकार के विचार आरती ने रखे और नम आंखों से हाथ जोड़कर प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि ‘‘मै बहुत बहुत आभारी हूं प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन का, जिन्होंने मेरे घर पर ही सिलेंडर भिजवाया, मेरे पति की तबीयत बहुत खराब थी जिनके लिए उन्हें आक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता थी, मै बहुत-बहुत आभारी हूं कि प्रदेश सरकार ने हमारे लिए इतना किया‘‘।

गौरतलब है कि ऑक्सिजन सिलेंडर रिफिल की सेवा का लाभ उठाने के लिए मरीज या उनके अभिभावक को वैबसाईट-http://oxygenhry.in पर आॅनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन स्वीकार होने पर मरीज के दिए मोबाइल नम्बर पर एक एसएमएस के माध्यम से सूचना पहुँच जाएगी। आवेदक को आवेदन करने के दौरान आधार नम्बर और ऑक्सिजन लेवल के लिए ऑक्सीमीटर का फोटो या डॉक्टर की प्रेस्क्रिप्शन भी अपलोड करना होगा। इसके अलावा, मरीज की उम्र और पता लिखना अनिवार्य होगा। एक मोबाइल नम्बर से एक दिन में एक बार ही आवेदन किया जा सकेगा।

error: Content is protected !!