मामला खेडा खुर्रमपुर याकुबपुर के बीच खाली खेत का.
आशंका हत्या के बाद सबूत मिटाने को ही खेतों में फैंका

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
  गांव खेडा खुर्रमपुर याकुबपुर के बीच मार्ग के साथ लगते खेतों में कोरोनाकाल के दौरान एक नर कंकाल मिलने से क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई। पुलिस ने मौके की जांच की। नर कंकाल को नगरपालिका फर्रुखनगर के सफाई कर्मचारियों ने पीपी किट पहन कर उठा उठाया और गाडी में रखा।

ग्रामीणों से नरकंकाल की शिनाख्त कराई गई। लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई। नर कंकाल को पहचान के लिए मुर्दा घर गुरुग्राम में रखवा दिया। पुलिस मामले को मडर के नजरीय से भी देख रही है। उन्हें शक है की कोई हत्या के बाद शव को यहा सुनसान खेतों में सबूत मिटाने की नियत से डाल गया हो। मामले की जांच कर रहें थानेदार श्याम लाल की माने तो शव के पास ऐसे कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले है जिससे नर कंकाल की पहचान हो सके। पुलिस मामले की कार्रवाई कर रही है।

जानकारी के अनुसार कृषक राजबीर सिंह अपने खेतों की ट्रैक्टर से जुताई कर रहा था। जैसे ही खेत के मध्य पहुंचा तो वहां एक व्यक्ति का कंकाल पड़ा मिला और उसमें बदबू आ रही थी। देखने से ऐसे प्रतीत होता है कि अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु 10 -15 दिन पहले हुई हो। मृतक व्यक्ति के शव को जंगली जानवरों ने नोच नोच का कंकाल का रुप दे दिया। जिससे उसकी पहचान करना संभव नहीं है। नर कंकाल मिलने की सूचना के बाद फर्रुखनगर पुलिस नगरपालिका की टीम के साथ पहुंची और सफाई कर्मचारियों से पीपी कीट पहन कर शव के बचे हुए अवशेष को तिरपाल में लपेट कर गाडी में रखा। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

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