गुरुग्राम। दिनांक 09.05.2021 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि गुरुग्राम में कोरोना संक्रमण से हालात बेक़ाबू हैं और मुख्यमंत्री भी कोरोना से बिगड़े हालातों को सँभाल नहीं पा रहे हैं।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्वयं पूरी व्यवस्था की मॉनिटरिंग का कार्यभार संभाला था लेकिन उसके बावजूद हालात जस के तस है।उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना महामारी के खिलाफ तकनीकी व नीतिगत स्तर पर व्यवस्था बनाने में नाकाम रही है और शासन प्रशासन पूरी तरह से फ़ेल हो चुका है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं कोरोना संक्रमण की मॉनिटरिंग के बावजूद ऑक्सीजन,जीवन रक्षक दवाओं,मेडिकल उपकरण,एंबुलेंस एवं प्राइवेट टैक्सी सर्विस,डॉक्टरों एवं गैस्टहाउस मालिकों द्वारा कमरों की ब्लैक मार्केटिंग एवं मुनाफ़ाख़ोरी जारी है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में कोरोना संक्रमितों का बुरा हाल है।अस्पतालों में मरीज़ों के लिए ना ऑक्सिजन है,ना दवाइयां हैं और ना ही बिस्तर हैं।मरीज़ों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।बीमार व्यक्ति अस्पतालों के बाहर पड़े हैं और उनको एडमिट करने वाला कोई नहीं है।बीमार व्यक्ति के परिजन हताशा में इधर उधर दौड़ रहे हैं लेकिन वो अपने बीमार परिजनों के लिए कुछ भी सहायता नहीं कर पा रहे हैं। मरीज़ों की मृत्यु ऑक्सिजन,दवाई और अस्पतालों में भर्ती न करने के कारण हो रही है।एम्बुलेंस सर्विस और टैक्सी सर्विस ने लूट मचा रखी है।हेल्पलाइन नम्बर को उठाने वाला कोई नहीं है।प्राइवेट अस्पतालों ने लूट मचा रखी है।कोरोना मरीज़ों को जमकर लूटा जा रहा है। उन्होंने सरकार से माँग की कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते क़हर को देखते हुए तथा कोरोना की संभावित तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए ठोस तकनीकी व नीतिगत स्तर पर व्यवस्था बनायी जाए ताकि गुरुग्राम वासियों को कोरोना के कहर से बचाया जा सके। Post navigation “अत्याचार की पराकाष्ठा हुई पार, जनता माँग रही जान की भीख और सरकार माँग रही आधार !” कोविड की लड़ाई में गुरुग्राम ज़िला प्रशासन का हाथ बंटाने कंपनिया आ रही आगे।