-दर्जनभर गांवों के पंच-सरपंचों, नम्बरदारों ने दर्ज कराई आपत्ति, वार्डबंदी में मनमर्जी का लगाया आरोप भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। जिला परिषद में जिला प्रशासन द्वारा घोषित किए गए वार्डबंदी को लेकर शुक्रवार को वार्ड नंबर 12 से दर्जनभर गांवों के पूर्व सरपंचों, पंचों, नम्बरदारों व ग्रामीणों ने एसडीएम मनोज कुमार नारनौल को एक आपत्ति वार्डबंदी 12 का ज्ञापन सौंपा। इस वार्ड में सिहमा खंड के गांव जाट गुवाना आदि गांवों को शामिल करने की मांग करते हुए आग्रह किया। एसडीएम को ज्ञापन सौंपने पहुंचे दौगड़ा जाट के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश शर्मा, अनिल राव, राव युद्धवीर सिंह, एडवोकेट हेमंत सिहमा ने बताया ने बताया कि जिला परिषद की वार्डबंदी कोरोना महामारी के बीच किया जाना गलत है वहीं घोषित की गई गांवों की वार्ड सूची में एक साथ लगते 3-3 गांवों को हटाकर दूर के नए गांवों को शामिल किया है जिसके बारे में वार्ड 12 के दर्जनभर गांवों के पूर्व सरपंचों, पंचों, नम्बरदारों व ग्रमीणों ने आपत्ति जताई है। गांव मुंडियाखेड़ा के पूर्व सरपंच बनवारीलाल, मीनाक्षी, प्रीति यादव, अर्जुन सिंह, बलवान चेयरमैन, सुनीता देवी, रविंद्र यादव, भालखी के पूर्व सरपंच श्रीभगवान यादव ने वार्ड 12 की वार्डबंदी में गांव भालखी व खैरानी को शामिल करने की मांग की है। दोंगड़ा जाट के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश शर्मा, खुशीराम, नम्बरदार रणधीर, पंच अमर सिंह, चौधरी होशियार सिंह ने खैरानी व खैराना व मोहम्मदपुर को शामिल करने की मांग की है। गांव दोंगड़ा अहीर की पूर्व सरपंच नीतू यादव, होशियार सिंह, अनिल राव, सुरेंद्र सिंह, सीएम विंडो के अभिनेन्ट प्रश्न प्रधान मामन सिंह, देशराज ने वार्ड 12 की वार्डबंदी पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि मिर्जापुर व बाछोद को राजनीतिक साजिश के तहत शामिल किया वही सिहमा के साथ लगते गांव जाट-गुवाना, दुबलाना व गुवानी को छोड़ दिया गया है जो कि भेदभावपूर्ण है। अटाली के पूर्व सरपंच अमर सिंह, सिहमा के पूर्व सरपंच हरनाम सिंह, विक्रम सिंह, सूबे सिंह, ओमपाल यादव, पूर्व पंच देवेंद्र सिंह, हेमंत शर्मा ने कहा कि गत पंच वर्षो में प्रत्येक वार्ड में मतदाताओं की भारी बढ़ोतरी हुई है ऐसे में जिला प्रशासन को जिला परिषद के वार्डों की संख्या बढ़ोतरी करनी चाहिए थी जबकि संख्या को घटा दिया गया है। वार्ड संख्या बढ़ाने की मांग करते हुए सिहमा के नजदीकी गांव जाट गुवाना व डेरोली जाट, भौड़ी को वार्ड बंदी में शामिल करने की मांग की है। गांव जाट गुवाना के पूर्व सरपंच मुकेश राजपूत व रूपचंद शर्मा ने वार्ड 12 में शामिल करने की मांग करते हुए कहा कि पहले भी जाट गुवाना वार्ड 12 में शामिल रहा है तथा अब इसे जानबूझकर इस वार्ड से अलग किया गया। गांव दूलोठ जाट की पूर्व सरपंच सुमन देवी, कलवाड़ी के पूर्व कंवर सिंह यादव, सिलारपुर के पूर्व सरपंच बिल्लु चेयरमैन, नम्बरदार रामकुमार ने वार्डबंदी में शामिल किए गए गांव मिर्जापुर व बाछोद को हटाकर नजदीक के गांवों को जोड़े जाने की मांग की। गौरतलब है कि शुक्रवार को जिला प्रशासन द्वारा घोषित की गई नई जिला परिषद वार्ड सूची पर आपत्ति दर्ज करने का आखरी दिन था। जिला परिषद वार्ड 12 सबसे अधिक गांवों के लोगों ने एसडीएम नारनौल मनोज कुमार के सम्मुख आपत्ति दर्ज करवाई गई। Post navigation पटना में तत्कालीन गृहमंत्री आडवाणी को 10 बजे बाद भाषण देने से रोकने की कीमत चुकानी पड़ी थी डीएम गोस्वामी को ? नागरिक अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं के लिए मंत्री ओमप्रकाश यादव ने दिया 11 लाख रूपये का अनुदान