अब तक बेच चुके थे 12 इंजेक्शन चंडीगढ़, 29 अप्रैल – हरियाणा पुलिस ने कोविड के उपचार में उपयोग होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए दो युवको को पानीपत से गिरफतार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों के कब्जे से तीन इंजेक्शन भी बरामद किए हैं। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि पकड़े गए आरोपियो की पहचान बाबरपुर मंडी निवासी इमरान व मॉडल टाऊन पानीपत निवासी मनोज के रुप मे हुई। आरोपी इमरान पानीपत लाल पैथ लैब मे एरिया मैनेजर के रूप मे तैनात था वहीं मनोज रविन्द्रा अस्पताल मे दवाइयों का स्टोर चलाता है। आरोपी एक इंजेक्शन को 20 हजार रुपये में बेचने की फिराक में थे। प्रारंभिक पुछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी 12 इंजैक्सनों को विभिन्न स्थानो पर बेच चुके हैं। पुलिस को गुप्त सूचना मिली की एक युवक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के लिए रामलाल चैंक पर खड़ा है। इस पर पानीपत ड्रग कन्ट्रोल ऑफिसर को साथ लेकर आरोपित की धरपकड़ के लिए तुरंत रेड कर युवक को काबू किया। बैग की तलाशी ली तो 3 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुए। युवक से इंजेक्शन के खरीद रिकॉर्ड, दवाओं की बिक्री लाइसेंस, लाइसेंस प्रस्तुत करने के लिए कहा, लेकिन वह मौके पर कोई भी लाइसेंस या रसीद इत्यादि नहीं दिखा सका। गहनता से पुछताछ करने पर आरोपी इमरान ने बताया कि वह पानीपत लाल पैथ लैब मे एरिया मैनेजर के रूप मे तैनात है। उक्त इंजेक्शन को वह रविन्द्रा अस्पताल में सैनी मेडिकल स्टोर के संचालक मनोज से खरीद कर लाया है। पुलिस टीम ने इमरान को साथ ले उक्त स्टोर संचालक को काबू कर दोनों से पुछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि वह अभी तक 20 हजार रुपये के हिसाब से 12 इंजेक्शन को विभिन्न स्थानो पर बेच चुके हैं। ड्रग कन्ट्रोल ऑफिसर की शिकायत पर आरोपियो के खिलाफ ड्रग व कास्मेटिक एक्ट व आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल मे लाई गई । गहनता से पूछताछ करने के लिए दोनो आरोपियों को आज माननीय न्यायालय मे पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। Post navigation आज ऑक्सिजन और दवाइयों की कालाबाज़ारी हो रही है यदि तीन काले क़ानून लागू हो गए तो होगी खाद्य पदार्थों की कालाबाज़ारी-चौधरी संतोख सिंह कोरोना की बेकाबू रफ्तार….मेडिकल हब गुरुग्राम में 9 की मौत और पॉजिटिव के 5000 के पार