गुरुग्राम जिला में कोविड मरीजों के लिए बेड औऱ ऑक्सीजन बढ़ाने पर हुआ मंथन। ऑनलाइन माध्यम से की गई समीक्षा. गुरुग्राम की ज़िला ऑक्सिजन प्लान तैयार की गईं

गुरुग्राम, 24 अप्रैल। हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टीसी गुप्ता ने आज चंडीगढ़ मुख्यालय से ऑनलाइन माध्यम से गुरुग्राम में कोविड संक्रमण से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने आज फिर दोहराया कि हरियाणा में ऑक्सीजन की कमी नहीं है, केवल धरातल पर इसे मैनेज करने की आवश्यकता है।

श्री गुप्ता ने बताया कि पहले गुरुग्राम को 20 से 22 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन मिल रही थी जो कि यहां की जरूरतों के अनुसार काफी थी। बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को गुरुग्राम में 31 टन लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। आज की समीक्षा में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने की बात आई है, जिसे देखते हुए यहां पर लगभग 35 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। इसके अलावा, 10 टन ऑक्सीजन गुरुग्राम जिला प्रशासन के डिस्पोजल पर रखी जायेगी ताकि कहीं भी आवश्यकता पड़ने पर वहां तत्काल पहुंचाई जा सके। इस हिसाब से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की गुरुग्राम में सप्लाई पहले के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा हो जाएगी । ज़िला में अस्पतालों में ऑक्सिजन की खपत और सप्लाई का डाटा लेकर ज़िला की ऑक्सिजन प्लान तैयार की गईं है। गुरुग्राम ज़िला को यह अक्सीजन इनॉक्स भिवाड़ी तथा पानीपत से मिलेगी। श्री गुप्ता ने कहा कि गुरुग्राम को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए वे भारत सरकार के उच्च अधिकारियों तथा ऑक्सीजन निर्माता कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन से लगातार संपर्क में हैं, इसलिए किसी को भी ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है।

गुरुग्राम में कोविड मरीजों के लिए बेड की उपलब्धता बढ़ाने पर विचार विमर्श के दौरान बताया गया कि शुक्रवार को जिलाधीश एवं उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने अस्पतालों में कुल क्षमता के सामान्य श्रेणी के 60% तथा आईसीयू और वेंटिलेटर सुविधा युक्त 75% बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के आदेश जारी किए हैं। इस आदेश से ही गुरुग्राम के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए लगभग 1000 बेड और बढ़ जाएंगे, जोकि पहले से उपलब्ध बेड के अलावा होंगे। एसीएस श्री गुप्ता ने प्रत्येक अस्पताल पर लगाए गए एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट तथा नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिलाधीश के आदेशों को कड़ाई से लागू करवाएं और सुनिश्चित करें कि हर अस्पताल निर्धारित संख्या में कोविड मरीजो के लिये बेड उपलब्ध करवाए तथा जरूरतमंद मरीजों को बेड मिल सकें। इसके अलावा, अस्पताल अपने नजदीक कम्युनिटी सेन्टर या होटल आदि से तालमेल करके उनमें बेड की व्यवस्था कर सकते हैं। इससे भी बेड की उपलब्धता बढ़ेगी।

गुरुग्राम के अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिये बेड प्रबंधन का काम देख रहे गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुधीर राजपाल ने भी कहा कि उपलब्ध बेड संख्या के बेहतर प्रबंधन और डाटा एनालिसिस की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आवश्यकतानुसार इंफ्रास्ट्रक्चर भी बढ़ाते रहेंगे ताकि जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन तथा अन्य मेडिकल हेल्प मिलती रहे।

इस बीच नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने बताया कि श्री गुप्ता की गुरुग्राम में हुई बैठक के बाद एसजीटी मेडिकल कॉलेज में लगभग 100 बेड की व्यवस्था की गई है। इनमें ऑक्सीजन युक्त 20 तथा वेंटिलेटर सुविधा वाले 5 और बेड जोड़े जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सीएसआर के माध्यम से गुरुग्राम में विभिन्न कॉरपोरेट कंपनियों के सहयोग से ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड की संख्या बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए 7 कम्युनिटी सेंटर की पहचान भी की गई है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अगले 3 दिन में 200 बेड और उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें 20 वेंटिलेटर युक्त बेड भी होंगे।

उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने भी सुझाव दिया कि ईएसआई अस्पताल मानेसर को टेकओवर करके उसके साथ लगते कम्युनिटी हॉल को मिलाकर वहां पर लगभग 150 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था हो सकती है। उन्होंने भी कुछ बड़ी कंपनियों तथा एनजीओ से कोविड मरीजों के लिए अस्पताल बनाकर देने के लिए विचार विमर्श किया है। सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल में 50 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 25 – 25 ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड सोहना तथा पटौदी के उपमंडल स्तरीय नागरिक अस्पतालों में फंक्शनल किए गए हैं। यही नहीं, ईएसआई अस्पताल गुरुग्राम में फंक्शनल बेड 58 से बढ़ाकर 72 कर दिए गए हैं।

अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पवार ने बैठक में बताया कि गुरुग्राम जिला प्रशासन ने covidggn.com पोर्टल पर बेड रिक्वेस्ट की नई सुविधा जोड़ी है जिस पर अब तक प्राप्त आवेदनों में से चिकित्सकों की टीम ने 525 आवेदनों को देखा है जिनमें से केवल 80 मरीजों को दाखिल होने का पात्र पाया गया है। इन्हें ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर जैसे जैसे अस्पतालों में बेड उपलब्ध हो रहे हैं, उसी अनुसार दाखिल करवाया जा रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि पोर्टल पर आवेदन करने वाले अपनी पसंद के 3 अस्पतालों की ऑप्शन भरते हैं, अगर उनमें से किसी अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं है तो ज़िला प्रशासन की तरफ से मरीज या उसके अटेंडेंट को कॉल चली जाए कि उन अस्पतालों में तो नहीं लेकिन दूसरे अस्पतालों में बेड मिल सकता है, वे इच्छुक हों तो दाखिल करवा सकते हैं। श्री गुप्ता ने गुरुग्राम में तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अभी स्थिति नियंत्रण में है। श्री गुप्ता ने सभी अधिकारियों से भी कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, सावधानियां व सतर्कता बरतें क्योंकि इस संकट के समय मे सरकार के लिये उनका ठीक रहना जरूरी है।

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