गुरुग्राम, 22 अप्रैल -हरियाणा में कोरोना को ले कर काफी खराब हालात है किंतु खट्टर सरकार कोई कदम नही उठा रही। सबसे ज्यादा खराब हालत गुरुग्राम की है यहां सभी हॉस्पिटल फूल ह्यो चुके है। कही भी बेड की व्यवस्था नही है। सरकार द्वारा जारी साइट भी बेड खत्म दिखा रही है किंतु अभी तक अस्थाई बेड वेंटिलेटर की कोई व्यवस्था नही की गई। शहर ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है। हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की कमी हो चुकी है। लोग ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए दर दर भटक रहे है। ऑक्सीजन कहा मिलेगा कैसे मिलेगा कोई जानकारी नही है। घर मे ऑक्सीजन देने की मशीनों की कमी हो गई है या ब्लैक में बेचे जा रहे है रेंडमेसिवर इंजेक्शन की कमी है। एम्बुलेंस वालो ने लूट शुरू कर दी है।

सरकारी आकड़ो में जो मौत दिखाई जा रही है शमशान घाट उसका झूठ बयान कर रहे है। शमशान घाटों में लंबी लाइन लगी हुई है। बहुत सारे सामान की ब्लेक मार्केटिंग शुरू हो चुकी है किंतु खट्टर सरकार मंत्री अधिकारी बंगाल चुनाव में भूमिका निभा रहे है। प्रदेश की जनता को लावारिस की तरह छोड़ दिया गया है। कभी कोई फैसला लिया जाता है पल भर बाद ही बदल दिया जाता। ये दर्शाता है कि खट्टर सरकार प्रदेश के हालात को ले कर गंभीर नही है। गुरुग्राम में पूरे देश और विदेश से लोग आ कर रह रहे है किंतु सुविधाओ का न होना शहर की छवि खराब कर रहा है और लोगो के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।

ऐसे समय मे कम से कम शहर में अतिरिक्त अस्थाई बेड ओर वेंटिलेटर की व्यवस्था करनी चाहिए। लोग कोरोना से कम और इलाज न मिलने के कारण ज्यादा मोते ह्यो रही है। अगर खट्टर सरकार हालात नही संभाल सकती व्यवस्था नही कर सकती तो तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए और यहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।

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