होम्योपैथिक मेडिसिन जनक सैम्यूल हानेमान के जन्मोत्सव पर कैंप. हेलीमंडी होम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर जयिता चैधरी ने दी मेडिसन फतह सिंह उजालापटौदी । कोरोना कॉविड 19 महामारी के बीच बच्चों , युवक-युवतियों को पेट के रोगों से बचाने के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन कैंप का आयोजन किया गया। होम्योपैथिक मेडिसिन वितरण कैंप का यह आयोजन होम्योपैथिक मेडिसिन के जनक सैम्यूल हानेमान के जन्मोत्सव के उपलक्ष पर जाटोली निवासी भारत नंबरदार के आवास परिसर में विशेष रूप से किया गया । इस मौके पर होम्योपैथिक चिकित्सालय हेली मंडी की मेडिकल ऑफिसर जयंीता चैधरी ने बताया की क्रिश्चियन फ्राइडरिक सैम्यूल हानेमान (जन्म 1755-मृत्यु 1843 ईस्वी) एक वैज्ञानिक होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जन्मदाता थे। … एम0डी0 डिग्री प्राप्त एलोपैथी चिकित्सा विज्ञान के ज्ञाता थे। डॉ सैम्यूल हानेमान एलोपैथी के चिकित्सक होनें के साथ साथ कई यूरोपियन भाषाओं के ज्ञाता थे। डा. चैधरी ने कहा कि होम्योपैथिक मेडिसिन आज के दौर में भी बहुत महत्वपूर्ण रोगों को समाप्त करने में सक्षम और बेहद सकारात्मक परिणाम देने वाली विश्वसनीय मेडिसन है । इसी मौके पर उन्होंने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि हिंदू नव वर्ष का भी आरंभ हो चुका है और ऐसे में खास तौर से छोटे बच्चों युवक और युवतियों को पेट के विभिन्न रोगों से बचाने के लिए कृमि नाशक होम्योपैथिक मेडिसन सीना-30 का वितरण किया गया । इस मौके पर समाजसेवी भारत नंबरदार सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। भारत नंबरदार की धर्मपत्नी अंजू चैहान जो कि पालिका पार्षद भी हैं , उनके द्वारा पहले से ही अपने वार्ड के अलावा अन्य परिजनों को अवगत करा दिया गया था कि बच्चों के पेट के कीड़े जो कि विभिन्न प्रकार की बीमारियों के साथ साथ अक्सर पेट दर्द का कारण बनते हैं। ऐसे पेट के कृमि अथवा कीड़ों को समाप्त करने के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन का वितरण किया जाएगा । स्ीना-30 होम्योपैथिक मेडिसन जोकि पेट के कीड़े मारने के लिए बेहद उपयोगी और परिणाम दायक मेडिसन है , इसकी 200 मेडिसिन की सीसी यहां आने वाले बच्चों और युवक-युवतियों को दी गई। होम्योपैथिक की मेडिसिन लेने के लिए आने वाले बच्चों के साथ में उनके परिजन भी जिज्ञासा बस पहुंचे कि आखिर होम्योपैथिक की मेडिसिन में ऐसी क्या खूबी है कि इसके लेने से किसी भी प्रकार के रोग को जड़ से समाप्त किया जा सकता है । होम्योपैथिक मेडिकल ऑफिसर जयीता चैधरी ने बताया की होम्योपैथिक मेडिसन रोगी की उम्र रोग के मुताबिक ही दी जाती है और यह होम्योपैथिक मेडिसन भारत के साथ-साथ विश्व के अनेक देशों में भी रोगियों को उनके स्वस्थ होने के लिए दी जा रही है । भारत में विभिन्न प्रांतों सहित जिला में होम्योपैथिक मेडिसिन को कैंप आयोजन किए जाने के साथ, होम्योपैथिक चिकित्सालय में भी आने वाले रोगियों को उपलब्ध करवाई जा रही है । इसके साथ ही डॉक्टर चैधरी ने कहा कि कोरोना कोविड-19 महामारी को देखते हुए बचाव के लिए मास्क अवश्य पहने ,सोशल डिस्टेंस को बनाकर रखें ,समय-समय पर अपने हाथों को साफ किया जाए । सब सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कोरोना कोविड 19 से बचाव के लिए वैक्सीन की डोज जा रही है । स्वास्थ्य विभाग और सरकार के दिशानिर्देशों के मुताबिक कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीनेशन की डोज भी सभी नागरिकों को लेना उनके स्वस्थ रहने के लिए बेहद जरूरी है। Post navigation जिला एवं सत्र न्यायाधीश सहित 7 अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीशों ने संभाला कार्यभार महाराजा नाहर सिंह की जयंती पर किया उनको याद