– वित्त वर्ष 2020-21 में प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में 225 करोड़ रूपए तथा वाटर बिल कलैक्शन से 28.83 करोड़ रूपए की हुई प्राप्ति गुरूग्राम, 2 अप्रैल। पिछले दो वित्त वर्षों की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 में नगर निगम गुरूग्राम के खजाने में प्रॉपर्टी टैक्स तथा वाटर बिल कलैक्शन के माध्यम से भारी वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 2020-21 में नगर निगम गुरूग्राम को प्रॉपर्टी टैक्स से 225 करोड़ रूपए प्राप्त हुए तथा वाटर बिल कलैक्शन से 28.83 करोड़ रूपए मिले। उल्लेखनीय है कि प्रॉपर्टी टैक्स नगर निगम गुरूग्राम की आय का बड़ा ही महत्वपूर्ण स्त्रोत है। हरियाणा नगर निगम अधिनियम-1994 के अनुसार नगर निगम गुरूग्राम की सीमा में स्थित सभी प्रकार के आवासीय एवं व्यवसायिक भवनों व खाली प्लॉटों पर प्रॉपर्टी टैक्स देय होता है। सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 में कोरोना काल के चलते नागरिकों को राहत प्रदान करते हुए प्रॉपर्टी टैक्स की अदायगी में 25 प्रतिशत छूट तथा संपूर्ण ब्याज माफी का लाभ भी दिया गया था। इस योजना का लाभ उठाते हुए गुरूग्राम के लाखों प्रॉपर्टी मालिकों ने अपने प्रॉपर्टी टैक्स की अदायगी की है। पिछले तीन वर्षों के प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में नगर निगम गुरूग्राम के खजाने में 207 करोड़ रूपए प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में जमा हुए थे। वित्त वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 168 करोड़ रूपए रहा, लेकिन वित्त वर्ष 2020-21 में इसमें भारी वृद्धि हुई और यह आंकड़ा 225 करोड़ रूपए हो गया। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि वे प्रॉपर्टी मालिकों को प्रॉपर्टी टैक्स की अदायगी करने के लिए प्रेरित करें। इसके तहत विभिन्न वार्डों में कैंप लगाकर प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़ी समस्याओं को दूर किया गया तथा नागरिकों को उनके घर द्वार पर प्रॉपर्टी टैक्स अदायगी की सुविधा प्रदान की गई। यही नहीं, निगमायुक्त विनय प्रताप सिंह द्वारा उन सभी आरडब्ल्यूए के लिए इन्सैंटिव तथा प्रशस्ति-पत्र प्रदान करने की घोषणा की गई, जो अपने यहां से 80 प्रतिशत या इससे अधिक प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने में सहयोग करेंगी। इस योजना के तहत सोसायटी, सैक्टर या कॉलोनी क्षेत्र में कुल जमा हुए प्रॉपर्टी टैक्स की 5 प्रतिशत राशि आरडब्ल्यूए को ठोस कचरा प्रबंधन संबंधी कार्य करने के लिए उपलब्ध करवाने की घोषणा की गई थी। इस इन्सैंटिव योजना का लाभ उठाते हुए नगर निगम क्षेत्र की 16 आरडब्ल्यूए ने क्वालिफाई किया। प्रॉपर्टी टैक्स के अलावा, वाटर बिल कलैक्शन में भी नगर निगम गुरूग्राम की आय में बढ़ौतरी हुई। वित्त वर्ष 2018-19 में जहां इस मद से 4.12 करोड़ रूपए प्राप्त हुए, वहीं वित्त वर्ष 2019-20 में यह आय 10.16 करोड़ रूपए रही। वित्त वर्ष 2020-21 में वाटर बिल प्रबंधन को सुदृढ़ किया गया तथा इसके तहत 28.83 करोड़ रूपए की राशि नगर निगम गुरूग्राम के खजाने में जमा हुई। पिछले वर्षों की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 में यह आंकड़ा काफी बेहतर रहा। Post navigation निजी स्कूूल अभिभावकों से मनमानी फीस वसूल रहे: अजय यादव मंडियों में फ़सल ख़रीदने के नहीं है उचित प्रबंध-चौधरी संतोख सिंह