आग बुझाने पहुंची दमकल के सामने बना पानी का गंभीर संकट,स्थानीय निवासियों का आरोप मौके पर नहीं पहुंचा कोई अधिकारी, सुलगते कूड़े और फैले जहरीले धुंए से लोगों का बुरा हुआ हाल फतह सिंह उजाला पटौदी । पटौदी नगर पालिका क्षेत्र में वार्ड नंबर 10 मोती डूंगरी और बाल्मीकि मंदिर के निकट डंपिंग यार्ड में लगी कूड़े के ढेर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया । यहां आग लगना स्थानीय निवासियों के मुताबिक रहस्य बना हुआ है ? स्थानीय निवासियों के आरोपों मुताबिक करीब 10 दिन पहले भी रात के समय यहां कूड़े के ढेर में अचानक आग भड़क गई थी। जब भी नागरिकों ने जैसे तैसे आग को बुझाया। अब एक बार फिर से बुधवार को यहां हजारों टन जमा कूड़े करकट के ढेर में लगी आग ने तेज हवा और उफनते पारे के बीच विकराल रूप धारण कर लिया । कई किलोमीटर के दायरे तक तेज हवा के साथ बदबूदार असहनीय धुएं के कारण लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा । स्थानीय निवासियों के मुताबिक पालिका प्रशासन को कई बार अनुरोध किया जा चुका है कि यहां कूड़े को समय-समय पर उठाकर किसी अन्य स्थान पर भेजा जाए । लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है । स्थानीय निवासियों का तो यहां तक आरोप है कि पालिका के ही कर्मचारी मौका लगते ही कूड़े के ढेर में आग लगाकर गायब हो जाते हैं । क्योंकि जहां पर डंपिंग यार्ड में कूड़ा डाला जा रहा है , उसके चारों तरफ चारदीवारी भी बनी हुई है । बुधवार को आग इतनी भयंकर तरीके से कूड़े के ढेर में फैली हुई थी कि दमकल विभाग के कर्मचारियों के सामने भी सुलगते कूड़े के ढेर की आग को बुझाना चुनौती बन गया । नाम नहीं बताने की शर्त पर दमकल विभाग के कर्मचारियों ने इतना ही कहा कि जिस प्रकार से यहां कूड़े का ढेर और इसमें आग लगी है , इस आग को बुझाने में 4 से 5 घंटे का समय लग सकता है और उसके बाद भी इस बात की कोई गारंटी नहीं कि यह सुलगती आग पूरी तरह से भुझ सकेगी ? क्योंकि यहां पर हजारों टन पॉलीथिन सहित अन्य प्रकार के कूड़े लगे हुए हैं और कूड़े के ढेर के नीचे सुलगती आग पर पॉलिथीन सहित अन्य प्रकार की डाले गए कूड़े को जो कि सुलगने के बाद जल्दी से उसकी आग का बुझना भी पूरी तरह से संभव दिखाई नहीं देता है । ऐसे में इस बात से कतई भी इनकार नहीं डंपिंग यार्ड में हजारों टन कूड़े का ढेर धीरे धीरे कई दिन तक भी सुलगता रह सकता है । स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पालिका प्रशासन, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों और गाइडलाइन की अनदेखी करते हुए मोती डूंगरी और वाल्मीकि मंदिर के बीच में जहां पर पानी की सप्लाई के चेंबर भी हैं , वहीं पर बीते लंबे समय से कूड़े को डंप कर रहा है । स्थानीय नागरिकों के द्वारा जिला उपायुक्त, पटौदी के एसडीएम, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री के साथ- साथ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से भी विशेष रूप से अनुरोध किया गया है कि कोरोना कोविड-19 महामारी के अलावा बदलते मौसम के बीच गंदगी के कारण फूटने वाली बीमारियों को ध्यान में रखते हुए आम जनमानस के स्वास्थ्य को केंद्र में रखकर लापरवाही बरतने वाले पालिका प्रशासन और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए । Post navigation पटौदी नागरिक अस्पताल को मिले दो डीप फ्रीजर व 5 आईएनआर 5 अप्रैल से दौड़ेंगी ट्रेन, गरीब की जेब पर भारी-ट्रेन की सवारी