बुजुर्गों के मार्गदर्शन में लड़ाई लड़ रहे युवा : राकेश आर्य चरखी दादरी जयवीर फोगाट किसान आंदोलन में बुजुर्गों के मार्गदर्शन में युवा संघर्ष कर रहे हैं और निश्चित तौर पर जीत हासिल करेंगे। यह बात भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान राकेश आर्य ने कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चित कालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मंगलवार को शहीदी दिवस के मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा ने युवा दिवस मनाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि चाहे दिल्ली बॉर्डर हो या टोल युवा वर्ग तीन काले कानूनों के खिलाफ चल रहे इस आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। पूर्व जिला पार्षद धर्मेन्द्र छपार ने कहा कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। जिन्होंने अल्पायु में देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को कितलाना टोल पर युवा दिवस मनाकर देशभक्तों को याद किया जाएगा। उन्होंने युवाओं से बढ़चढ़कर टोल पर पहुंचने का आह्वान किया। किसान नेता राजू मान ने कहा कि युवा दिवस पर धरने की पूरी कमान युवाओं के हाथों में होगी। अध्यक्ष मंडल, मंच संचालन से लेकर वक्ता भी युवा साथी होंगे। उन्होंने कहा कि निर्णायक घड़ी आ गई है और जीत अब ज्यादा दूर नहीं है। उन्होंने कहा कि युवाओं ने ठान लिया है कि अहंकार में भरी सरकार को झुकाकर ही मानेंगे। कितलाना टोल पर 88वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, सर्वजातीय श्योराण खाप 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, फौगाट खाप 19 के प्रधान बलवंत नम्बरदार, दिवान सिंह जाखड़, मंगल सुई, राकेश आर्य, निम्बो देवी, मूर्ति देवी, सुभाष यादव और जागेराम सरपंच ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि 26 मार्च को भारत बंद ऐतिहासिक होगा और सरकार को हिलाकर रख देगा। धरने का मंच संचालन गंगाराम श्योराण ने किया। इस अवसर पर दिलबाग ग्रेवाल, सुरजभान प्रधान 22 बिरही कन्नी, मास्टर राजसिंह जताई, सुरजभान सांगवान प्रधान 13 कन्नी झोझू, धर्मपाल महराणा, राजकुमार हड़ौदी, राजसिंह बिरही, मास्टर टेकराम, पृथ्वी नम्बरदार, धर्मपाल, सूबेदार सुरजभान सोरखी, जयकरण जुई, संदीप भिवानी, रामकुमार सोलंकी, अनूप राठी, रणबीर पीटीआई, मीरसिंह निमड़ीवाली, कप्तान रामफल, कमल सांगवान, राजबीर बोहरा, रत्तन सिंह बडेसरा, ऋषिराम, अजित सिंह सांगवान, होशियार सिंह कमिश्नर, जगदीश हुई, प्रेम सिंह, चंद्र सिंह सांगवान, देशराम भांडवा, सत्यवान कालुवाला इत्यादि मौजूद थे। Post navigation किसानों ने सांसद धर्मवीर का काले झंडों से किया विरोध। 26 मार्च को भारत बंद को लेकर खापों, संगठनों ने कसी कमर