गुरुग्राम शहर की भाजपा जिलाध्यक्षया जो पार्टिहित को सर्वोपरि समझती हैं तथा कठोरता से पार्टी में अनुशासन की पालना कराने के लिए जानी जाती है ,जिले व प्रदेश की समस्त कार्यकारिणी भी जिनका सम्मान करती है तथा सभी पदाधिकारियों को उनके पदोअनुरूप कार्यभार भी सौंप रखे हैं जिन्होंने मगर एक आम कार्यकर्ता जो अपने आपको पार्टी से ही सम्बंधित बताते हैं वह जिलाध्यक्षया जी को ही नहीं बल्कि चयनित जनप्रतिनिधियों व समस्त जिला इकाई को धता बताने के लिए गतिविधियों में संलिप्त हैं जो पार्टी के लिए कुछ नहीं करके निजी हितों को साधने में लगे हैं – तो सवाल यह है कि क्या उस कार्यकर्ता पर कोई नियम लागू नहीं होता या सामर्थ्यहीन हो गए हैं सब ?

विषय अपने नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं की टीम लेकर प्रदेशाध्यक्ष जी के जन्मदिवस पर बधाई स्वरूप चांदी का रथ भेंट करने जाना हो वो भी बगैर जिलाध्यक्षया को अवगत कराएं फिर सुर्खियां बटोरने के लिए खबरें छपवाना हो – कहीं यह सब ओ पी धनखड़ जी की विशेष अनुकंपा से तो नहीं चल रहा है पार्टी में , या फिर चाल चरित्र अनुशासन का दम भरने वाली भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष को चांदी के रथ देकर कोई भी अपनी मनमानी चला सकता है और या उस कार्यकर्ता को यह भान हो गया कि रथ के एहसान तले दबे हुए हैं प्रदेशाध्यक्ष तो कुछ कहेंगे नहीं इसलिए जो मन में आ रहा है उसके द्वारा किया जा रहा है , खैर पार्टी समझे ईस विषय को कि वह किसे दबाकर नेता बनने की फिराख में है पार्टी नेतृत्व को धता बताते हुए !

चर्चाएं तो यह भी हैं कि निजी एनजीओ ( संस्था ) के कार्यक्रम में स्थानीय सांसद महोदय की शिरकत कराने के बाद से तो हौंसले बुलंद हैं , वह स्थानीय नेतृत्व को बोना समझकर व्यवहार करने ,प्रचार करने में मस्त हैं !

आशंका तो यह भी है कि राव इंद्रजीत सिंह जी उसकी मार्फत कोई अलग सँगठन बनवाकर भाजपा को घेरने की तैयारी अर्थात योजना पर तो कार्य नहीं कर रहे क्योंकि जब से कृपा करके गए हैं तबसे जिले के विधायक जी को भी नकारा साबित करने का निरंतर प्रयास जारी है – मानों वह केवल शोपीस हैं और असल मे जनप्रतिनिधि वह स्वम् बन गया हो , लगता है कि उनकी कुर्सी छीनकर खुद बैठ गया हो , विधायक से छत्तीस का आंकड़ा रखता है जिसे क़ई मर्तबा सार्वजनिक रूप से महसूस किया गया है शहरवासियों द्वारा – जानना चाहते हैं लोग कि यह व्यक्ति पार्टी लाइन से हटकर आखिर साबित क्या करना चाहता है और क्या ईस प्रकार की गतिविधियों को चलाने वाले पर जो पार्टी में गुटबाजी को प्रदर्शित करने का कार्य कर रहा है उसपर पार्टी में कोई कार्यवाही करने वाला नहीं बचा ?

बकौल तरविंदर सैनी (माईकल) समाजसेवी गुरुग्राम विधानसभा का मानना है कि भाजपा आदर्शहीन , पूंजीवादी कार्यकर्ताओं की जन्मस्थली बन गई है जिनपर कार्यवाही करना और अंकुश लगाने का दम भाजपा प्रदेशकार्यकरिणी में भी नहीं बचा तथा धनरथ संभाले मौन धारण किए बैठा है वरिष्ठ नेतृत्व ।

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