गुरूग्राम,18/3/2021 – भाजपा किसान मोर्चा गुरूग्राम के कार्यकताओं की बैठक भाजपा कार्यालय पर विरेन्द्र यादव चेयरमैन की अध्यक्षता में हुई । जिस मे मुख्य वक्ता के रूप मे भाजपा जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ रही। बैठक मे भाजपा कार्यालय प्रमुख यादराम जोया , महामंत्री मनीष गाडोली , महेश यादव , किसान मोर्चा से मुकेश जेलदार जिला महामंत्री , कर्मचन्द यादव , राव रणधीर सिहं , सतपाल राघव , दिनेश यादव, सुरेन्द्र सहरावण , विनोद यादव , नविन यादव , नरेश कटारिया , सरोज यादव , नरेश चोहान , रामकिशन शेरपुर , अजय यादव, डा. ललीत शर्मा, दिप चन्द फोजी , मनीष ढोरका , केवल नम्बरदार , संजय शर्मा , उदेश डोगरा, आदी सैकडो कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।

जिला अध्यक्ष गार्गी ने कार्यकर्त्ताओं को बताया कि भाजपा विश्व की सब से बडी राष्टीय पार्टी है । आप उस पार्टी के सदस्य हो यह अपने आप मे गर्व की बात है। हम सब भाजपा मे कार्यकर्त्ता है पद तो एक दायित्त्व है । हम सभी को एक साथ मिल कर संघठन को मजबुत करना है । भाजपा मे कार्यकर्त्ता पार्टी की रिड की हड्डी के समान है। हम सभी का नाम भाजपा से जुडा हुआ है इस लिए अपने आचरण मे भी सुधार लाना चाहीए । कोई भी ऐसा काम ना करे जीस से आप पर उगंली उठे।

भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष विरेन्द्र यादव ने कार्यकताओं को तीनो कृषि कानूनो पर विस्तार से बताया कि माननीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने जो तीन कृषी कानून बनाये है ये किसान भाईयो के हित मे है। कृषि के क्षेत्र मे सुधार लाना बहुत जरूरी था।

70 सालो के बाद किसान को अपनी फसल बेचने की आजादी मिली है । हर उस व्यक्ति को आजादी थी की वह अपने उत्पादन को अपनी मर्जी से अपने निशचित दाम पर ओर जहा मर्जी बेचे। परन्तु किसान अपनी उपज को मंडी से बहार बेचता था तो उस पर ओर ख़रीदार पर मंडी फिस की चोरी का केस बना देते थे। आज माननीय प्रधानमंत्री जी ने मंडी से बहार मंडी फीस खत्म कर दी है । अब किसान अपने उत्पादनों को घर से, खेत से, गोदाम से देश के किसी भी कोने मे जहा चाहे वहा पर बेचे सकता है। उसे कोई नही रोक सकता। यह कानून बनने के बाद आज सैकडो किसान सडक किनारे अपनी ट्रक्टर ट्राली मे प्याज , टमाटर , बहुत सी सब्ज़ी अपनी मर्जी के भाव बेच रहा है । उसे मंडी अधिकारीयो ओर आडतीयो से आजादी मिली हैं। अनुबंध खेती मे किसान अपनी फसल का किसी कम्पनी से एक साल या ज्यादा समय के लिए अनुबंध करता है । यदि किसी कारणवस किसान की फसल खराब हो जाती है तो किसान उस कम्पनी को जो उस ने एडवांस लिया वही देन दार है यदि कम्पनी अपनी शर्तो से मुकरती है तो कम्पनी को डेढ गुणा देना होगा । इसलिए इस कानून मे भी किसान का हित है

हमारे देश मे पहले खाधान की काफी कमी थी गेहू आस्ट्रेलिया ओर अन्य देशो से आयात किया जाता था । आज हमारे दे मे इतना उत्पादन हो रहा की उनको भंडारण करने के लिए सरकार के पास गोदाम नही है। लाखो टन अनाज बारिस मे भीग कर सड जाता है। भोजन के अधिकार के तहत f C I लाखो टन अनाज खरीदता है । लेकीन गोदाम प्रयाप्त मात्रा मे नही है। वितरण से पहले काफीं मात्रा मे अनाज भीग कर खराब हो जाता है। इसलिए इस कानुन मे भंडारण की छुट दी गई है ।

इन तीनो कानूनो मे किसान को कोई नुकसान नहींं है । परन्तु विपक्षी दलो को सता के बगेर रहा नहींं जा रहा था । इसलिए किसानो के बिच यह झुट फलाया गया की इस से किसान की जमीन छिन ली जाएगी। अनाज तिजोरी में बंद हो जाएगा । मंडिया खत्म हो जाएगी। जबकि इस प्रकार का कोई प्रावधान नहीं है। माननीय प्रधानमंत्री जी, कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर जी , आदरणीय मुख्यमंत्री जी , आदरणीय प्रदेश अध्यक्ष् श्री ओम प्रकाश धनखड़ जी बार बार यह कह चुके हैं कि M S P है M S P रहेगीं। मंडिया इसी प्रकार चलती रहेगी। किसान को छूट है वह अपनी फसल मंडी में या मंडी से बाहर कहीं पर भी बेचे। मनमोहन सरकार ने किसानो को एक फुटि कोडि नहींं दि। जब कि नरेन्द्र मोदी जी ने 6000 रूपये साल के सीधे किसान के खाते मे भेज रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड , पशुधन कार्ड , फसल बिमा योजना, भावंतर भरपाई योजना , गेहूँ , सरसो , धान , बाजरा , नरमा , दलहन आदि सभी फसले MSP पर खरिदना यह भाजपा सरकार कि देन है। आज बहुत सी विदेशी ताकते ओर विपक्ष माननिय प्रधानमंत्री जी की लोकप्रियता से घबराया हुआ है । इसलिए किसानो के कंधो पर बंदुक रख कर सता पाना चहाता है। परन्तु चन्द किसान संघठन जो विपक्ष के हाथो की कठपुतली बने हुए हैं । केवल वे ही इसका विरोध कर रहे हैं बाकी पूरे भारत का किसान इस कानून का समर्थन कर रहा है।

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