निःशक्त मेडिकल सर्टिफिकेट और निशक्त पेंशन की प्रक्रिया भी पूरी भारत सारथी/ कौशिक नारनौल/रेवाड़ी । आज रेवाड़ी के कैलाश चंद्र एड्वोकेट की सहायता से मोहल्ला कुतुबपुर रेवाड़ी निवासी नरेंद्र सिंह को 75% मेडिकल सर्टिफिकेट नागरिक अस्पताल रेवाड़ी से प्राप्त हुआ। आज ही कैलाश चंद एड्वोकेट के प्रयास से नरेंद्र सिंह को ट्राई साइकिल भी मिली। गत 19 फरवरी को कैलाश चंद्र एडवोकेट को जानकारी मिली थी कि कुतुबपुर रेवाड़ी में एक ऐसा व्यक्ति है जो वर्ष 2017 से अपने दोनों पैरों से अपाहिज है। उसकी पत्नी का देहांत पिछले वर्ष कैंसर कि बीमारी के कारण हो गया था। उसके परिवार में अब वह स्वयं है और उसका 7 वर्ष का नाबालिग पुत्र है। नरेंद्र के पास ना कोई रोजगार है, ना ही कोई आय का स्रोत है। फिर भी आज तक सरकार द्वारा न तो निशक्त पेंशन बनाई गई और न ही मेडिकल सर्टिफिकेट बनाया । उसे ट्राई साइकिल भी नहीं दी गई। स्थिति तो यहां तक भी विकट रही कि जरूरतमंद नरेंद्र का बीपीएल राशन कार्ड भी आज तक नहीं बना । कैलाश एडवोकेट ने गत 19 फरवरी को राज्य सरकार, उपायुक्त रेवाड़ी, सिविल सर्जन रेवाड़ी रेवाड़ी एवं समाज कल्याण कार्यालय रेवाड़ी को पत्र लिखकर पीड़ित की सहायता हेतु मांग की थी। परंतु सरकार द्वारा कोई पहल न होते देख कैलाश चंद्र एडवोकेट पीड़ित को नागरिक अस्पताल लेकर स्वयं पहुच गए और उसका मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाया। जिसके उपरांत मेडिकल सर्टिफिकेट ओर अन्य जरूरी दस्तावेज पूरे करके रेडक्रॉस लेकर गए ट्राईसाईकिल दिलवाई। इसके उपरांत पीड़ित की निःशक्त पेंशन की प्रक्रिया पूरी की गई, ओर आश्वाशन दिया कि अगर सरकार ने बी पी एल कार्ड नही बनाया तो न्यायालय के माध्ययम से बी पी एल कार्ड भी बनवाया जाएगा। ट्राईसाईकिल, मेडिकल सर्टिफ़िकेट, निःशक्त पेंशन की प्रकिया में सहयोग करने पर पीड़ित ने कैलाश चंद एड्वोकेट का धन्यवाद किया और खुशी -खुशी अपने घर की ओर चल दिया। कैलाश चंद एड्वोकेट ने कहा कि इस प्रकार के मजबूर लोगो की सहायता हेतु वे हमेसा अग्रसर रहेंगे, Post navigation 6 घंटे में ही हो गया निर्णय, वशिष्ठ की आरटीआई से खुलासा नारनौल जिला नामकरण को लेकर धरना 30वें दिन भी जारी