डीसी डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में गठित टास्कफोर्स की बैठक. 25 सरकारी व 25 प्राईवेट अस्पतालों को सैंटर बनाया गया. प्रत्येक सैंटर पर 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा फतह सिंह उजालागुरुग्राम । गुरूग्राम के डीसी डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर गठित जिला टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में वैक्सीनेशन के लिए बनाए गए सभी केंद्र संचालको को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए ताकि वैक्सीनेशन का कार्य सुचारू ढंग से चलता रहे और लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। डीसी ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है जिसमें सुचीबद्ध श्रेणियों के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आमजन की सुविधा को देखते हुए टीकाकरण कार्य के लिए 25 सरकारी व 25 प्राईवेट अस्पतालों को सैंटर बनाया गया है। भविष्य में इन सैंटरों की संख्या बढाई भी जा सकती है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सैंटर पर 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा जिनमें से 40 लोगों का मौके पर पंजीकरण, 30 लोगों का एडवांस आॅनलाईन रजिस्ट्रेशन है। शेष बचे 30 उन हैल्थ केयर व फ्रंट लाईन वर्करों का टीकाकरण किया जाएगा जिन्हें वैक्सीन की पहली डोज लगनी है या दूसरी डोज ड्यू है। इस दौरान वे हैल्थ केयर व फं्रट लाईन वर्कर भी टीकाकरण करवा सकते हैं जो पहले पोर्टल पर रजिस्टर्ड नहीं हो पाए थे या किसी कारणवश टीकाकरण नहीं करवा पाए थे। टीकाकरण के लिए तीन श्रेणियां बनाई गई है जिनमें से पहली श्रेणी 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो, दूसरी श्रेणी में 45 से 59 साल के ऐसे व्यक्ति शामिल हैं जो भारत सरकार द्वारा सूचीबद्ध 20 बिमारियों से ग्रसित हैं और तीसरी श्रेणी हैल्थ केयर व फं्रट लाईन वर्करों की है। एसओपी की पालना अनिवार्यडीसी ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए बनाए गए सभी सैंटरों पर भारत सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी की पालना अनिवार्य है। इस मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, इसलिए जरूरी है कि वैक्सीनेशन सैंटर पर कोविड प्रोटोकाॅल की पालना की जाए। उपायुक्त ने कहा कि निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन कार्य में लगे स्टाफ को यह पता होना चाहिए कि वैक्सीनेशन के डेटा की एंट्री आदि कैसे करनी है। डा. गर्ग ने बताया कि निजी अस्पतालों (जिन्हें कोरोना वैक्सीनेशन का सैंटर बनाया गया है और आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से इंपैन्लड हैं) में 250 रूपए प्रति टीके के हिसाब से डोज लगाई जाएगी। निजी अस्पतालांे को अपने यहां वैक्सीनेशन तथा सैशन लगाने संबंधी इंतजाम अब स्वयं करने होंगे, इसलिए वे अपने अस्पताल में जगह और क्षमता के अनुसार ही सैंटर बनाएं और इसकी सूचना समय रहते सिविल सर्जन कार्यालय में भिजवा दें। उन्होंने कहा कि यदि वैक्सीनेशन को लेकर किसी प्रकार का संशय हो तो उसे समय रहते दूर कर लें। टीकाकरण की डेली रिपोर्ट भिजवाएंबैठक में सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने बताया कि 25 सरकारी वैक्सीनेशन केंद्रों पर कोविड वैक्सीन चार दिन- सोमवार, मंगलवार, वीरवार तथा शुक्रवार को लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि व्यक्ति को पहली डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरी डोज लगवानी होगी। यह डोज 29वें दिन से लेकर 42वें दिन के बीच में लगवाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन का कार्य प्रातः 9 बजे से शुरू किया जा रहा है। उन्होंने सभी केंद्र संचालकों से कहा कि वे टीकाकरण की डेली रिपोर्ट अवश्य भिजवाएं ताकि टीकाकरण की जानकारी भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड की जा सके। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एम पी सिंह ने सभी केंद्र संचालको को वैक्सीनेशन कार्य संबंधी डुज एंड डोन्ट्स के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार भी उपस्थित रहे। Post navigation बिना मास्क चालान…..कोविड-19 संक्रमण पर लगाम को पुलिस ने कसी कमर ! पांच गांव में वितीय साक्षरता को लेकर कैंप लगेंगे