किसान आंदोलन का 97वां दिन | संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम का अनिश्चितकालीन धरना 65वां दिन | संयुक्त किसान मोर्चा (दिल्ली)भारत की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में हुए शामिल।. प्रमुख किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी से मिले।. किसान आंदोलन की आगे की रणनीति पर किया विचार विमर्श। गुरुग्राम। दिनांक- 02.03.2021 – किसानों की माँगो के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि किसान आंदोलन के 97वें दिन किसान,मज़दूर,गुरुग्राम के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्ति धरने पर बैठे। आज गुरुग्राम किसान मोर्चा के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह संयुक्त किसान मोर्चा (दिल्ली) भारत की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में शामिल हुए।इस अवसर पर उनके साथ नवनीत रोज़खेडा,मनोज झाड़सा तथा आकाशदीप भी थे। उन्होंने बताया कि किसान मोर्चा ने निर्णय लिया है कि किसानों की माँगो के समर्थन में छह मार्च को दिल्ली के चारों तरफ़ KMP तथा kGP को जाम किया जाएगा तथा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रमुख किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी से भी मिले और किसान आंदोलन की आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया। किसान मोर्चा अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि सरकार सत्ता के नशे में किसानों की आवाज़ नहीं सुन रही है।उन्होंने कहा कि आज किसान आंदोलन को 97 दिन हो गए हैं तथा पूरा सर्दी का मौसम निकल गया है लेकिन सरकार किसानों की आवाज़ नहीं सुन रही है।उन्होंने कहा कि सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाया हुआ है तथा किसानों से बातचीत का रास्ता भी बंद कर रखा है।सरकार लोकतांत्रिक तरीक़ों की उपेक्षा कर रही है। आज धरने पर बैठने वालों में डॉक्टर धर्मबीर राठी, योगेश्वर दहिया, मुकेश डागर,बलवान सिंह दहिया,डॉक्टर सारिका वर्मा, रेखा यादव,पंजाब सिंह, फूल कुमार, रमेश दलाल,दलीप सिंह ठाकरान, दिलावर सिंह,योगेन्द्र सिंह,मनीष मक्कड़, हरि सिंह चौहान,तनवीर अहमद,माइकल सैनी,महासिंह ठकरान,विंग कमांडर एम एस मलिक,दिलबाग सिंह,आर सी हुड्डा,नरेंद्रपाल किलहोड,आर के देशवाल,ईश्वर सिंह पातली,कंवलजीत सिंह, महिपाल सिंह यादव,रोहतास मान, सुखपाल यादव,नरेन्द्र सिंह महलावत एडवोकेट,प्रवीण सैनी,अमित सिंह, ईश्वर,रामफल तथा सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। Post navigation चार लुटेरे काबू, कैंटर और 20 लाख से अधिक लूट का माल बरामद गुरुग्राम नगर निगम: स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 और अनियमितताएं