निर्दोष किसानों की रिहाई, मुकदमों को वापिस करने के लिए आवाज हुई बुलुन्द

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान आंदोलन के दौरान जेलों में बंद निर्दोष किसानों की बिना शर्त रिहाई और झूठे मुकदमे व जारी किए जा रहे नोटिसों को रदद् करने को लेकर आज इलाके की सर्वखाप, किसान, मजदूर, व्यापारी और कर्मचारी संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए किला मैदान से उपायुक्त कैम्प कार्यालय तक नारेबाजी की। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपायुक्त राजेश जोगपाल को सौंपा। इस दौरान किसानों के हाथ में नारे लिखी पट्टिकाएं भी थी।                 

  इससे पहले किला मैदान में किसान सुबह 10 बजे इक्कठे होने शुरू हो गए थे। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि  पिछले छह महीनों से देश के किसान तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित कुछ अन्य मांगों के लिए विभिन्न तरीकों से और विभिन्न स्तरों पर लड़ रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में पिछले तीन महीनों से किसान अनिश्चित काल के लिए दिल्ली के आसपास और विभिन्न टोलों पर धरना लगाए हुए हैं। लेकिन सैकड़ों किसानों और आन्दोलन समर्थकों को भारत सरकार और कई राज्य सरकारों द्वारा जेलों में डाल दिया गया है और झूठे मामले बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। इसलिए आज पूरे देश में ” जनतंत्र बचाओ दिवस ” मनाया जा रहा है।             

 किसानों ने ज्ञापन का हवाला देते हुए उपायुक्त से कहा कि जेलों में बंद निर्दोष किसानों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों को खारिज कर सभी को तुरंत बिना शर्त रिहा किया जाए।किसानों और उनके संघर्ष के समर्थक व्यक्तियों और मीडियाकर्मियों के खिलाफ दर्ज झूठे मामलों को खारिज किया जाए। दिल्ली पुलिस, एनआईए और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा संघर्ष में शामिल किसानों को डराने-धमकाने के लिए भेजे जा रहे नोटिसों को तुरंत रोका जाना चाहिए और पहले के नोटिस रद्द कियें जाए।               

इसके साथ दिल्ली की सीमाओं पर किसान मोर्चाें की  घेराबंदी के नाम पर पुलिस प्रशासन द्वारा बन्द  किये गए रास्ते व सड़कों को खोला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान जब्त किये गए ट्रैक्टर व अन्य वाहन उनके अधिकृत मालिकों को लौटाए जाएं।                 

  इनके अलावा संयुक्त किसान मोर्च ने किसान आंदोलन में तीन काले कानून रद्द करने, एमएसपी की गारंटी देने और बिजली संशोधन अधिनियम 2020 वापिस लेने की मांगे उठाई हैं वो अविलम्ब स्वीकार की जाएं। उन्होंने पेट्रोल डीजल में भारी वृद्धि वापिस लेने भी मांग की। उपायुक्त ने सारी बातें ध्यानपूर्वक सुनने के बाद कहा कि वो इस ज्ञापन को शीघ्र राष्ट्रपति को भेज देंगे।               

इस मौके पर दादरी के निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान, बलवंत नम्बरदार, ओमप्रकाश कलकल, प्रभुराम गोदारा, नरसिंह डीपीई, राजू मान, बार एसोसिएशन के प्रधान सुरेंद्र मेहड़ा, संजीव गुड्डू तक्षक, अनिल फौगाट, वीरेंद्र डूडी, संजीव श्योराण, धर्मपाल महराणा, शमशेर फौगाट, कमलेश भैरवी, सुरेश फौगाट, राजकुमार घिकाड़ा, कृष्ण फौगाट, प्रवीण चैयरमैन, रामकुमार कादयान, सुनिल पहलवान, नीतिन जांघू, विनोद मोड़ी, सरपंच राजकरण, नत्थूराम फौगाट, रणधीर घिकाड़ा, बीरमति डोहकी, निर्मला देवी, रतन्नी देवी, आचार्य देवी सिंह, पूर्व सरपंच कला सिंह, अशोक फौगाट,  ईश्वर पहलवान, सज्जन सिंह पीटीआई, लीलाराम समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

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