03 वर्ष पुरानी रन्जीश में दिया था वारदात को अन्जाम. कार (मारुति बैलिनो), 03 पिस्टल, 04 कारतूस बरामद फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। पुलिस चैकी धनकोट, थाना राजेन्द्रा पार्क, गुरग्राम में सुनील पुत्र हीरालाल निवासी गाँव धनकोट को गोली मारने की शिकायत प्राप्त हुई। पुलिस चैकी धनकोट, थाना राजेन्द्रा पार्क, गुरुग्राम की पुलिस टीम घटनास्थल पर पहूंच गई । जहां पर पीङित युवक सुनील को ईलाज के लिए सिग्नेचर ग्लोबल होस्पिटल ले जाया जाना पाया गया । उसके बाद पुलिस टीम सिग्नेचर ग्लोबल होस्पिटल पहुंची तो पीङित युवक सुनील को डॉक्टरों ने ब्यान देने की हालात में नही बतलाया। उसके बाद पीङित के परिजनों ने पीङित को अच्छे ईलाज के लिए मैदान्ता होस्पिटल दाखिल करवा दिया। इसी दौरान पीङित के बङे भाई विनोद कुमार पुत्र हीरालाल निवासी धनकोट, गुरुग्राम ने अपने मामा राजबीर व अन्य परिवार जन के साथ मिलकर एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि ये दो भाई है । इसका छोटा भाई सुनील यादव पालम एयरपोर्ट (क्मसीप) पर लोडर के पद पर काम करता है। 27 जनवरी को भाई सुनील अपनी कार से रोजाना की तरह अपने काम के लिए निकला था कि उसके मोबाईल फोन पर भाई सुनील का फोन आया कि भाई कोे गाँव के प्रदीप ने अपने साथियों के साथ मिलकर गोलियां मार दी है। वह तुरन्त मौके पर पहुंचा तो देखा कि प्रदीप पुत्र राजकुमार निवासी गाँव धनकोट जिसे यह पहले से जानता है, अपनी गाड़ी बलेनो में अपने साथियों सहित मौके से भाग गया तथा इसका भाई खुन से घायल अवस्था मे मौके पर पड़ा हुआ था । जिसको इसने व अपने गाँव के साथी की सहायता से अपने को ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवा दिया उसके बाद अच्छे ईलाज के लिए इसने अपने भाई को मैदान्ता होस्पिटल में भर्ती करवा दिया, जहां इसके भाई का ईलाज चल रहा है। उप-निरीक्षक गुनपाल, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-40, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने अपनी समझबुझ से उपरोक्त मामले में वारदात को अन्जाम देने वाले निम्नलिखित 03 आरोपियों को दिनांक मंगजवार को गाँव मोहला, फरिदाबाद से काबू करने में बङी सफलता हासिल की। इनकी पहचान प्रदीप यादव पुत्र राज कुमार निवासी गाँव धनकोट, जिला राजेन्द्रा पार्क, गुरुग्राम, मनीष कुमार पुत्र राहताश निवासी गाँव सिहोल, थाना चाँदहट, जिला पलवल, पंकज पुत्र सुभाष निवासी गाँव खजुरका, थाना चाँदहट, जिला पलवल के रूप में की गई। आरोपियों को अदालत के सम्मुख पेश करके 02 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया। रिमाण्ड के दौरान आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त अभियोग में पीङित सुनील व उक्त आरोपी प्रदीप दोनों ही एक गाँव के रहने वाले है और ये दोनों आपस में एक-दूसरे को अच्छे से जानते है। करीब 03 वर्ष पहले ये दोनों आपस में बैठकर शराब पी रहे थे तो उक्त आरोपी प्रदीप ने पीङित सुनील से कहा कि पहले तू अच्छी व मंहगी शराब पीता था अब देशी पीने लगा तो इस बात पर इन दोनों का आपस में झगङा हो गया व सुनील ने प्रदीप को थप्पङ मार दिया। जिस झगड़े की आरोपी प्रदीप, पीङित सुनील के साथ रन्जीश रखता था। पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी प्रदीप यादव ट्रैक्टर पानी टैंकर स्पलाई का काम करता है और इसने उपरोक्त आरोपी पंकज को अपने ट्रैक्टर पर ड्राईवर रखा हुआ था। आरोपी प्रदीप ने आपसी झगङे की रन्जीश रखते हुए उपरोक्त आरोपी पंकज के साथ मिलकर उपरोक्त अभियोग में पीङित सुनील को गोली मारने की योजना बनाई और ’प्रदीप के कहने पर पंकज यू.पी. से हथियार लेकर आया तथा वारदात को अन्जाम देने में अपने उपरोक्त साथी मनीष को शामिल किया।’ योजनानुसार इन तीनों ने 27 जनवरी को सुनील को गोलियां मारने की वारदात को अन्जाम दिया। इनके द्वारा मारी गई ’एक गोली सुनील की छाती व दूसरी गोली पेट के साईड में लगी।’ Post navigation महिला सशक्तिकरण की दिशा में कर रही कार्य ज्योति वर्मा मेयर मधु आजाद ने केन्द्रीय मंत्री का जन्मदिवस स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के रूप में मनाया