चंडीगढ़, 8 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सरस्वती शोध संस्थान के संस्थापक श्री दर्शन लाल जैन के  निधन पर उनके जगाधरी निवास पर पहुंच कर शोक व्यक्त कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। श्री दर्शन लाल 94 वर्ष के थे। उनका आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके सम्मान में पुलिस की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया। श्री दर्शन लाल जैन अपने पीछे दो पुत्र तथा दो  बेटियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।

  मुख्यमंत्री ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्री दर्शन लाल जैन के निधन से दु:खी हूँ और उनकी याद हम सबके दिलों में सदैव जीवित रहेगी। उन्होंने ईश्वर से पुण्य आत्मा की शांति की प्रार्थना की। श्री मनोहर लाल ने कहा कि सेवाभाव के धनी श्री दर्शन लाल जैन जीवन पर्यन्त समाज सेवा में समर्पित रहे और उन्होंने देश की स्वतंत्रता, शिक्षा, सामाजिक गतिविधियों, विशेषकर सरस्वती नदी के पुनरुद्धार के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका व्यक्तित्व, सादगी एवं जन सेवा से परिपूर्ण था। उन्होंने श्री दर्शन लाल जैन के साथ अपने संस्मरण दोहराते हुए कहा कि वे लंबे समय तक उनके सम्पर्क में रहे। उनकी सोच पूरे समाज को साथ जोडकऱ चलने की थी।  

   उन्होंने कहा कि सरस्वती उदगम स्थल के पुनरुद्धार के कार्य में उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है और उनके प्रयासों से ही इस नदी को धरातल पर पुनर्जीवित करने के प्रयास आरम्भ किए गए। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी की इस परियोजना को साकार रूप देकर स्वर्गीय श्री दर्शन लाल जैन को सच्ची श्रद्घाजंलि देने का प्रयास किया जाएगा।  

  श्री दर्शन लाल की शव यात्रा व अंतिम संस्कार में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश धनखड़, विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता, शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल, यमुनानगर के विधायक श्री घनश्याम दास अरोड़ा, पूर्व मंत्री श्री कर्णदेव कम्बोज, नगर निगम के मेयर श्री मदन चौहान, पूर्व विधायक श्री बलवंत सिंह, श्री अर्जुन सिंह, नगर निगम के आयुक्त श्री धर्मबीर सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री कमलदीप गोयल, अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती रणजीत कौर, केन्द्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री श्री रतन लाल कटारिया की धर्मपत्नी एवं भाजपा नेत्री श्रीमती बंतो कटारिया सहित बड़ी संख्या में राजनैतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि व स्थानीय लोग शामिल हुए।

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