26 जनवरी को तिरंगा यात्रा के लिए दिल्ली कूच करेगें किसान.
राजस्थान से किसानों के लिए 15 क्विंटल मूंगफली की खेप पहुंची.
बनाई गई कमेटी से किसानों का कोई लेना देना ही नही

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम।   दिल्ली-जयपुर-मुम्बई नेशनल हाईवे के खेडा बोर्डर पर 13 जनवरी लोहडी पर्व के अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा डुंगरगढ राजस्थान से 15 क्विंटल मूंगफली की खेप पहुंची। विभिन्न क्षेत्रों सहित श्री गंगानगर पंजाब के किसानों द्वारा लोहडी पर्व के अवसर पर मूंगफली-रेवड़ी-गज्जक खेडा बोर्डर पर उपस्थित हजारों  आंदोलनकारियों को बांटते हुए लोहडी पर्व मनाया गया ।

संयुक्त मोर्चा खेडा बोर्डर के मुख्य नेता राजाराम मील, ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों पर होल्ड के लिए व किसानों के आंदोलन को सही ठहराने की सुप्रीम कोर्ट की बात का स्वागत किया है । कृषि कानूनों को रद्द करने या वापिस लेने की मांग को लेकर आंदोलनकारी किसानों ने अपनी पूर्व घोषणा के मुताबिक बुधवार दिल ढले लोहडी को प्रज्जवलित करके केंद्र के कृषि कानून की प्रतियों को लोहडी की अग्नि में जलाकर अपना वादा पूरा भी किया। इस दोरान जय किसान आंदोलन तथा स्वराज इंडिया सहित संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने ढोल की थाप पर मस्ती से नाचते-झूमते अपने दृढ़ इरादे का भी परिचय कराया।

इसी मौके पर विभिन्न किसान नेताओ और वक्ताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के लोकतंत्र व शांति पूर्वक विरोध करने के अधकार को मान्यता दी है । कोर्ट में किसानो ंके खिलाफ दायर की गई बेबुनियाद याचिका में किसानो के मोर्चा को उखाडने की मंाग की गई थीे । संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीनो किसान विरोधी कानूनो पर होल्ड के सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पुनः स्वागत किया । संयुक्त मोर्चा ने स्पष्ट किया कि यह स्थगन आदेश अस्थाई है। जिसे कभी भी पलटा जा सकता है , आंदोलनकारियों ने कानूनो को स्थगत नही रद्द करने के लिए आंदोलन चलाया है । इसलिए इस संयुक्त मोर्चा अपने कार्यक्रम में कोई बदलाव नही करेगा । यह भी स्पष्ट किया गया कि  सुप्रीम कोर्ट का स्वागत करते है , लेकिन हमने इस मामले में मध्यस्था के लिए सुप्रीमकोर्ट से प्रार्थना ही नही की।  चाहे यह कमेटी कोर्ट को तकनीकि राय देने के लिए बनी है या फिर किसानो व सरकार के मध्यथा के लिए किसानों को इस कमेटी से कोई लेना देना नही है ।

अब 15 जनवरी को गांवो में मशाल जलूस, 18 जनवरी को महिला किसान दिवस ,  20 जनवरी को गुरूगोबिंद सिंह की याद मे शपथ लेने का निर्णय, 23 जनवरी को आजाद हिंद किसान दिवस पर देश भर के राज भवन को घेराव का कार्यक्रम जारी रहेगा । इसके साथ -साथ गणतंत्रा दिवस पर  26 जनवरी के दिन देश भर कें किसान गणतंत्रत दिवस का गौरव बढाएंगे । किसान दिल्ल्ी के लिए तिरंगा यात्रा के साथ कूच करेगा , चाहे अपने हको के लिए प्राणों की बाजी क्यों ना लगानी पड़े। किसान नेताओं ने यह भी बताया कि  निर्धारित कार्यक्रम के तहत एक साथ समस्त दिल्ली के सभी बोर्डरों से किसान यात्रा को लेकर दिल्ली ट्रैक्टर मार्च में शामिल होंगे ।

इस मौके पर महेंद्र मीणा, पंकज मीणा, सतीश वर्मा, चेतन सैनी, सोनू ,लक्षमण मीणा सुरेंद्र छिल्लर, विकास, गणेशाराम खोखर डीडवाना नागौर, रोहित खोखर , मूला राम खोखर, एम विंगेश, एसके रशिद, एमवी रामणा, रूपशा बोकडा जालौर, तरूण मुलनिवासी जालौर, संजू , पश्चिमी बंगाल के राज्य उपाध्यक्ष तुषार घोष, वक्ताराम मछली उत्पादन किसान के राज्य महासचिव , देवी शीर्ष, सयुंक्त मोर्चा खेडा बोर्डर के शीर्ष किसान नेता एवं पूर्व विधायक अमराराम , पवन दुगगल, पूर्व विधायक पैमाराम, राजस्थान जाट महा सभा के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील, पश्चिमी बंगाल किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव अनमोल हलधर, गरगन एसएफआई जिला अलवर के राज्य सचिव पंकज सावंरिया, राजस्थान प्रदेश शिक्षा बचाओं आंदोलन के प्रदेश संयोजक डॉ रमेश बैरंवा, डुंगरपुर बीकानेर के श्याम लाल आर्य मोहन सहित अनेक आंदोलन कारी मौजूद रहे ।

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