आठ जनवरी की बैठक पर टिकी हुई हैं सभी की नजरें. किसान की मांग पूरी करे केंद्र किसान खुशी खुशी घर लौटें. 26 जनवरी को सभी बाधाओं व बैरिगेट बौने पड़ जाएगें फतह सिंह उजाला गुरूग्राम/पटौदी। प्रतिदिन दिल्ली-जसपुर नेशनल हाईवे केखेडा बोर्डर पर केरल, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश के किसानो की संख्या बढ़ रही है। वहीं क्रमिक अनशन पर महाराष्ट्र की महिला व किसानों में जय किसान आंदोलन व स्वराज इंडिया के संस्थापक योगें्रद यादव, पूर्व विधायक पैमा राम, राजा राम, पवन दुगल, किसान नेता राम बहेती, महाराष्ट्र सीआईटीयू की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेखा, राष्ट्रीय सचिव एआर सिंधु सविता जनवादी महिला समिति, बलबीर छिल्लर, अलवर राजाराम मील, विधायक बलवान पुनिया व अन्य शामिल रहे। गुरूवार को सुशीलादेवी मोराले लोकतांत्रिक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का संदेश लेकर खेडा बोर्डर पर पंहुची। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर मार्च एक झलक के रूप में कुण्डली से टीकरी बोर्डर , गाजीपुर से पलवल सभी ने शांतिपूर्वण ढँग से निकाला। अब ऐसे में आठ जनवरी शुक्रवार की बैठक पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं । गुरूवार को ट्रैक्टर मार्च के लिए मेवात के किसानों को बंधक बनाना राज्य की खट्टर सरकार का बेहद निंदनीय कार्य है । उन्होंने कहा कि किसान की मांग पूरी करे केंद्र सरकार , जिससे कि किसान खुशी खुशी घर लौटें। अन्यथा 26 जनवरी को सभी बाधाओं सहित बैरिगेटस भी बौने पड़ जाएगें। योंगेंद्र यादव ने कहा कि गुरूवार के ट्रैक्टर मार्च के दौरान मेवात के किसान के रैवासर के टै्रक्टर मार्च से पूर्व ही रमजान चैधरी व उनके 20 से अधिक किसानों नजर बंद लिया गया। उसकी मंच से निंदा करते हुए कहा कि किसानो के साथ यदि हरियाणा सरकार और पुलिस ने कोई बदसलूकी की तो उसका कड़ा विरोध किया जाएगा । हर मंच से हरियाणा पुलिस का कड़ा विरोध किया जाएगा । ऐसे में संयुक्त मोर्चा कड़ा रूख अपनाने के लिए विवश होगा, जिसकी जिम्मेवारी स्वयं सरकार की होगी । इस मौके पर छगन लाल चैधरी, डॉ संजय माधव, बलवान पुनिया विधायक राजस्थान, भवन निर्माण मजदर के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर सिंह, देसाई अनुराधा, कोरडे, ज्योति गजानन, पदमीन, तुकाराम जाधव, सविता परमेश्वर, शिंदे ज्योति, निर्मल निता, चल्हाण विजया, गायकवाड , मीरा प्रकाश, गिराम निर्मल शिवाजी, अवचार शारदा अशोक, सुदाम सुवर्णा भगवान, नखाते लक्ष्मी, श्रीनिवास वारे , जयश्री यशवंता सहित अन्य भी मौजूद रहे। Post navigation 8 मुख्यमंत्रियों ने 16 बार बनाई सरकार, नहीं बनी एसवाईएल नहर ट्रैक्टर रैली से घबराई सरकार, सोच रही है यह समाधान?