चण्डीगढ़, 31 दिसंबर। हरियाणा सरकार ने पालिका, परिषद और निगमों के 42 हजार कर्मचारियों के साथ किया विश्वासघात कई दौर की वार्ताओं में मानी गई मांगों को मानने के बाद भी नहीं किया लागू नाराज पालिका  कर्मचारी 2 व 3 जनवरी को कर्मचारी भवन रोहतक में बनाएंगे आगामी आंदोलन की रणनीति यह ऐलान आज प्रेस के माध्यम से नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने करते हुए कहा कि 2 जनवरी की रात को नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के केंद्रीय कमेटी की बैठक आयोजित की जाएगी तथा 3 जनवरी को राज्य कार्यकारिणी की बैठक कर आंदोलन का ऐलान किया जाएगा। श्री शास्त्री ने कहा कि शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज द्वारा स्वयं सफाई कर्मचारियों से किए गए वायदे के अनुसार ना तो कोरोना से मौत होने पर कर्मचारियों को 50 लाख रुपए विशेष आर्थिक सहायता राशि दी है और ना ही 4000 जोखिम भत्ता  तथा अन्य मांगों  का निवारण भी  नहीं किया है। वही सरकार ने 6 वर्ष के कार्यकाल में सफाई कर्मचारियों की नियमित नियुक्तियां ना करके, पार्ट टाइम व ठेकाप्रथा में भर्ती कर वाल्मीकि युवाओं को भूखमरी के कगार पर धकेलने व ठेकेदारों के हवाले कर गुलाम बनाने का काम किया है।

श्री शास्त्री ने कहा कि सरकार ने ग्रुप सी और डी की भर्ती तो की है लेकिन 6 साल के कार्यकाल में एक भी सफाई कर्मचारी या सीवर सीवर मैन की एक भी नियमित नियुक्ति नहीं की इतना ही नहीं सरकार ने स्कूलों, आईटीआई, बिजली दफ्तरों उपायुक्त कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग व अन्य निगमए बोर्ड, कॉरपोरेशन में व यूनिवर्सिटीज में पार्ट टाइम व ठेकाप्रथा मे नियोक्ति कर सफाई कर्मचारी के पद का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया है बल्कि दलितों में अति दलित सफाई का कार्य करने वाले बाल्मीकि समाज के युवाओं को गुलामी की जंजीरों में बांध दिया है।