भाजपा को केवल पंचकूला नगर निगम मेयर व रेवाड़ी नगर परिषद चेयरमैन चुनाव में सफलता मिली जबकि वह सोनीपत व अम्बाला नगर निगम मेयर चुनाव व सांपला, धारूहेडा, उकलाना नगरपालिका चेयरमैन चुनाव हारी जो भाजपा-जजपा सरकार के लिए बड़ा झटका है। 30 दिसम्बर 2020 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने 27 दिसम्बर को हरियाणा में हुए नगर निगम, नगर परिषद व नगरपालिका चुनावों में विजयी सभी मेयरों व चेयरमैनों, पार्षदों को हार्दिक बधाई देते हुए आशा प्रकट की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जनभावनाओं के अनुरूप अपने शहर की नागरिक सुविधाओं व नागरिक आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का ईमानदारी से काम करेंगे। विद्रोही ने कहा कि उक्त चुनाव कांग्रेस के लिए मिश्रित परिणाम वाले रहे। जहां कांग्रेस के निखिल मदान ने 13818 मतों से सोनीपत नगर निगम मेयर चुनाव जीता, वहीं सांपला व धारूहेडा में कांग्रेस पृष्ठभूमि के निर्दलीय उम्मीदवार नगरपालिका चेयरमैन बने, जिसके लिए जीते हुए उम्मीदवारों व सम्बन्धित क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं व मतदाताओं का आभार। भाजपा ने भी पंचकूला नगर निगम मेयर व रेवाडी नगरपरिषद चेयरमैन चुनाव जीता है, उन्हे भी बधाई। हरियाणा जन चेतना पार्टी की शक्ति रानी शर्मा ने अम्बाला नगर निगम मेयर चुनाव जीता। उकलाना नगरपालिका में भाजपा-जजपा की सबसे बुरी हार हुई जहां उनके चेयरमैन सहित सभी पार्षर्द उम्मीदवार हारे व चेयरमैन सहित सभी 15 पार्षद निर्दलीय जीते। विद्रोही ने कहा कि कांग्रेस ने तो पहली बार नगर निगम व रेवाडी नगरपरिषद चुनाव सिम्बल पर लडा जिसमें उसे सोनीपत नगर निगम मेयर चुनाव में सफलता मिली। वहीं भाजपा तो वर्षो से नगर निकाय चुनाव पार्टी सिम्बल पर लड़ती रही और जिसकी प्रदेश में सरकार है, उसकी करारी हार हुई। भाजपा को केवल पंचकूला नगर निगम मेयर व रेवाड़ी नगर परिषद चेयरमैन चुनाव में सफलता मिली जबकि वह सोनीपत व अम्बाला नगर निगम मेयर चुनाव व सांपला, धारूहेडा, उकलाना नगरपालिका चेयरमैन चुनाव हारी जो भाजपा-जजपा सरकार के लिए बड़ा झटका है। विद्रोही ने कहा कि जिस तरह हरियाणा के जनमानस में भाजपा-जजपा सरकार के प्रति भारी रोष था, उस वातावरण का जितना फायदा कांग्रेस को मिलना चाहिए था, वह मिल नही पाया। कांग्रेस को चिंतन करना चाहिए कि अनुकूल परिस्थितियों के बावजूद भी वे पंचकूला व रेवाडी में क्यों हारे। यदि कांग्रेस गंभीरता से आत्मविश्लेषण करके करेक्टिव मेजर उठाएगी तो निश्चित रूप से उसे भविष्य में राजनीतिक लाभ मिलेगा। विद्रोही ने कहा कि नगर निकाय चुनाव कांग्रेस सहित विपक्ष के लिए संतोषजनक व भाजपा के लिए करारा झटका है। Post navigation 30 तारीख मंगलवार को हरियाणा निगमों के आने हैं चुनाव परिणाम भाजपा-जजपा गठबंधन को ग्रामीण ही नहीं शहरी मतदाताओं ने भी नकारा