नप की अमानत को ठेकेदार ने मौके से पहुंचाई लोगों के घरों और खेतों पर

नारनौल, (रामचंद्र सैनी): करोड़ों रुपये की लागत से शहर के छलक नाले का पिछले करीब दस महीनों से निर्माण कार्य चल रहा है। जब से इस नाले का निर्माण कार्य शुरू हुआ है तब से यह अच्छा खासा चर्चित रहा है। नारनौल के एक सिरे निजामपुर रोड से लेकर शहर के बीचों बीच होते हुए अंतिम छोर रेवाडी रोड तक करीब दो-तीन किलोमीटर की दूरी तक इस नाले का निर्माण होना है। शहर के अनेक गणमान्य लोगों के अलावा कई नगर पार्षद कभी इसमें प्रयोग होने वाली निर्माण सामग्री तो कभी इस स्वरूप और नक्शे को लेकर इसकी शिकायत उव्चाधिकारियों यहां तक लोकल विधायक एवं मंत्री ओमप्रकाश यादव से कर चुके हैं लेकिन परिणाम ढाक के वही तीन पात ही निकल रहे हैं। कहने को अधिकारी इस नाले के निर्माण कार्य का निरीक्षण मौके पर जाकर यदा कदा कर रहे हैं लेकिन सब खानापूर्ति ही हो रही है। नाले का निर्माण ठेकेदार अपनी मनमर्जी के मुताबिक कर रहा है। अब तीन दिन पहले तो इस नाले के ठेकेदार का एक बड़ा कारनामा सामने आया है।

निजामपुर रोड केपास स्थित भूप कालोनी से लेकर छोटा-बडा तालाब तक करीब एक किलोमीटर की दूरी पर पुराने नाले के साथ नगर परिषद ने टाइल रोड बनाया हुआ था। अब नए नाले के साथ मोटी परत का नया सीसी रोड  बनाया जा रहा है, जिसके लिए पुराने रोड की टाइले उखाडनी लाजमी थी। नगर परिषद द्वारा निर्मित टाइलों के इस रोड से उखाडी टाइले ठेकेदार को नगर परिषद के परिसर या अन्य निर्धारित स्थान पर पहुंचानी थी लेकिन ठेकेदार ने लाखों रुपये की टाइलों को अपने स्तर पर ही आम लोगों को 1500 प्रति ट्राली के हिसाब से बेच डाला।

ठेकेदार के इस कारनामे का खुलासा हम नहीं बल्कि वो लोग खुद कर रहे हैं, जिन्होंने टाइले खरीदी है। टाइल खरीदने वाले तीन लोगों ने बताया कि उन्हें क्या पता था कि ठेकेदार उन्हें उखाडी गई जो टाइले बेच रहा है वो नगर परिषद की है या ठेकेदार के मलबे में काउंट है। इन लोगों ने बताया कि यदि उनसे नप के अधिकारी किसी प्रकार की पूछताछ भी करेंगे तो वो जो सच्चाई होगी वो बयान कर देंगे।

हैरानी की बात तो यह है कि इस मामले का खुलासा तीन दिन पहले हो गया था। जिसको लेकर नगर परिषद के पालिका अभियंता सोहन लाल व जेई राहुल यादव से निरंतर संपर्क किया जा रहा है कि लेकिन वो अभी तक इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। जेई राहुल यादव
से शुक्रवार को भी संपर्क किया गया तो उनका जवाब था कि वे एडीसी की बैठक में व्यस्त हैं। अब देखने वाली बात यह है कि ठेकेदार ने सरेआम नगर परिषद की लाखों रुपये की टाइलों की अमानत में खयानत कर दी और नप का कोई अधिकारी जुबां नहीं खोल रहा है। ऐसे में इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस गोरखधंधे में कही ना कही नप के अधिकारियों की मिलीभगत जरूर है।

अगर ऐसा हुआ है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी: केके यादव

इस मामले में आज फिर से नगर परिषद के इओ का कार्यभार ज्वाइन करने वाले केके यादव का कहना है कि उन्होंने आज फिर से नगर परिषद में अपना कार्यभार संभाला है। दो दिन पहले उनके संज्ञान में यह मामला नहीं था। यदि नगर परिषद के पुराने रोड की टाइले ठेकेदार द्वारा बेची गई तो इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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