वैक्सीन को लेकर लघुसचिवालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित. प्रशिक्षण में 40 से अधिक चिकित्सको ने ट्रेनिंग में लिया भाग. चार चरणों में कोरोना योद्धाओं को वैक्सीन लगाने की योजना फतह सिंह उजाला गुरुग्राम। गुरुग्राम जिला में कोविड 19 वैक्सीन लगाने को लेकर लघुसचिवालय में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला में कोविड वैक्सीन को जनवरी 2021 से लगाए जाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। शुरुआती तौर पर यह वैक्सीन कोरोना योद्धाओं जैसे स्वास्थ्य कर्मी व स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों दी जाएगी। दूसरे चरण में फ्रंटलाइन कोविड योद्धाओ जैसे पुलिसकर्मी, सिविल डिफेन्स, आर्म्ड फोर्सेज, तीसरे चरण में 50 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले बुजुर्ग व्यक्तियो को दी जाएगी। उसके बाद वैक्सीन उन लोगो को दी जाएगी जिनकी आयु 50 वर्ष से कम है या पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं। मॉनिटरिंग कोविन पोर्टल से की जाएगी यह जानकारी आज सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने वैक्सीन देने की प्रक्रिया एवं इससे जुडी तैयारियों को लेकर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी। इसमें 40 से अधिक चिकित्सकों ने भाग लिया। इनमे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी), पोली क्लिनिक, डिस्पेंसरी, नागरिक अस्पताल के चिकित्सक शामिल थे। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने कोरोना वैक्सीन के उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैक्सीन देने की प्रक्रिया की मॉनिटरिंग कोविन पोर्टल से की जाएगी। इस पोर्टल पर कोविड योद्धाओं का डाटा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिस पर अब तक 40 से 50 हजार सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मियों डाटा अपलोड किया जा चूका है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई अभी जारी है और इस लड़ाई में फ्रंट लाईन पर स्वास्थ्य विभाग का अमला तथा चिकित्सक रहते हैं। सरकार की हिदायत अनुसार वैक्सीन को अलग-अलग चरणों में दिए जाने की योजना बनाई गई है ताकि व्यवस्थित ढंग से वैक्सीन दी जा सके। 5 वैक्सीनेटर 100 लोगो के ग्रुप को वैक्सीन देंगे डॉ यादव ने बताया कि वेक्सिनेशन देने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। एक टीम में 5 सदस्योे को रखा जाएगा जिसमें चिकित्सक के साथ एक पुलिस , होम गार्ड या सिविल डिफेंस का जवान होगा, एक वैक्सीनेटर एक सदस्य ऑनलाइन पोर्टल पर डाटा अपडेशन हेतु व एक मॉनिटरिंग हेतु सदस्य होगा। 5 वैक्सीनेटर की यह टीम 100 लोगो के ग्रुप को वैक्सीन देगी। इस प्रक्रिया के दौरान सामाजिक दूरी का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगने वाले शख्स को पहले से ही उसके मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से जानकारी दी जाएगी ताकि यह कार्य सुनियोजित ढंग से किया जा सके । उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के समय सबसे पहले वैक्सीनेटर आए हुए व्यक्ति की जानकारी का अपने पास मौजूद सूची से मिलान करेगा जिसके बाद उसकी जानकारी ऑनलाइन कोविन पोर्टल से मैच की जाएगी। सही जानकारी होने पर वैक्सीनेशन दी जाएगी और उसे ऑब्जरवेशन रूम में कुछ समय के लिए रखा जाएगा। सभी तथ्यों का बारिकी से अध्ययन जरूरी सीएमओ ंने सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि वैक्सीनेशन प्रक्रिया के लिए स्थान आदि निर्धारित करने को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की प्रक्रिया के दौरान लोगों में उचित दूरी होना आवश्यक है। इस दौरान प्रवेश व निकासी द्वार की व्यवस्था अलग से की जाएगी। सिविल सर्जन ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि वैक्सीनेशन के दौरान पहले से सभी तथ्यों का बारिकी से अध्ययन करना आवश्यक है ताकि बाद में यह कार्य सुचारू ढंग से किया जा सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम मेें सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव के साथ, डीआईओ डॉ. एम पी सिंह , डीएसओ डॉ जय प्रकाश, डब्लयूएचओ से डॉ बिंदु सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। Post navigation शनिवार को 440 पुलिस रंगरूट सेवा को होंगे समर्पित 08 वर्षीय बच्चे का अपहरण करने वाले 02 आरोपियों को कुछ ही घंटों में गुरुग्राम पुलिस ने किया काबू