प्रदेश सरकार ने पब्लिसिटी चेयरमैन रॉकी मित्तल पद से बर्खास्त

चंडीगढ़, 15 दिसम्बर। हरियाणा सरकार में पब्लिसिटी चेयरमैन रॉकी मित्तल को सरकार ने पद से बर्खास्त कर दिया है। पद से बर्खास्त होने पर रॉकी मित्तल ने कई उच्चाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए।

मित्तल का कहना है कि उन्होंने किसानों के खिलाफ गाना बनाने से इंकार किया था, इसलिए उन्हें हटाया गया है। मित्तल ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्होंने पिछले छह साल में पब्लिसिटी के नाम पर खर्च होने वाले 1500 करोड़ रुपये का सीएम हाउस के एक उच्चाधिकारी से हिसाब मांगा था, जिसके बदले उसने उसे पद से हटवाया दिया।

पब्लिसिटी चेयरमैन के पद से हटाए जाने के बाद रॉकी मित्तल ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिये सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने सीएम हाउस के कई अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया। मित्तल का आरोप है कि सीएम हाउस में राजनीतिक पद पर बैठा व्यक्ति पूरी सरकार को चला रहा है। उसने जनवरी माह में उससे गाड़ी तक छीन ली थी। तीन कृषि कानूनों पर सरकार ने बिचौलियों व किसानों पर गीत बनाने को कहा, जिसे बनाने से उसे इंकार कर दिया।

रॉकी ने तर्क दिया वह किसान का बेटा है और उसके पिता आढ़ती भी हैं। ऐसे में वह किसानों के खिलाफ गीत बनाकर गांवों के आपसी भाईचारे व सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब नहीं करना चाहते थे, यह बात सीएम हाउस के एक उच्च पद पर बैठे व्यक्ति को नागवार गुजरी और उसने उसे चेयरमैन पद से हटावा दिया। सोशल मीडिया पर मित्तल ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में मंत्रियों के हार कारण भी बताए।

मित्तल का कहना है कि आपसी खींचतान के चलते मंत्रियों की हार हुई है और प्रदेश में 75 पार का सपना देखने वाली भाजपा को 40 सीटें ही मिल पाई थीं। रॉकी ने दो टूक कहा कि वह मनोहर भक्त नहीं बल्कि मोदी भक्त हैं और वही रहेगा। यदि मोदी उसे पार्टी से निकालने का भी फैसला लेते हैं, वह तुरंत उसे स्वीकार कर लेंगे।