गुरुग्राम 7 दिसंबर – ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ नेता विनोद शर्मा, सुखविंदर सिंह, जय भगवान कादयान एवं विजय ढोचक ने बताया कि किसान संगठनों के 8 दिसंबर को होने वाला भारत बंद केवल किसानों की लड़ाई नहीं है यह लड़ाई देश की 80% जनता की है क्योंकि सरकार द्वारा जो तीन कृषि कानून पास किए गए हैं उससे किसानों को तो भारी नुकसान होगा ही देश की जनता पर कारपोरेट घरानों द्वारा भारी जमाखोरी के चलते बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा इसके साथ-साथ बिजली बिल 2020 भी सरकार द्वारा पास करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे आम उपभोक्ताओं को बिजली मिलने में काफी परेशानी होगी अगर मिलेगी तो वह काफी महंगी होगी।

उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में किए गए वादों से मुकर जाने के कारण आए दिन कमेरे वर्ग पर लगातार कुठाराघात कर रही है, तथा देश के कुछ गिने-चुने कारपोरेट घरानों के लिए झोली भरने का काम कर रही है। उन्होंने किसान आंदोलन के 11 दिन प्रवेश करने पर कहा कि एक तरफ तो सरकार के केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर द्वारा किसानों से महिलाओं बुजुर्गों एवं बच्चों को वापिस घरों में भेजने की अपील की जा रही है परंतु वह लगातार वार्ताओं का एक लंबा दौर चला रहे हैं जो की बहुत ही दुखद है। वही किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार ऐसी ठंडे मौसम में धरने पर बैठे हुए हैं। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि वह वार्ता को ठोस नतीजे पर पहुंचा कर किसान आंदोलन को खत्म करवाने का काम करें।

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