19 नवंबर 2020, रेवाड़ी – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने रेवाड़ी जिले में 837 छात्रों के लिए कोरोना सैंपल में 72 छात्रों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर गंभीर चिंता प्रकट की1

विद्रोही ने कहा लिए कुल सैंपलो में से लगभग 10 प्रतिशत छात्रों का कोरोना पॉजिटिव पाना स्थिति की गंभीरता की तरफ साफ संकेत है1 यही स्थिति हरियाणा के अन्य जिलों के स्कूली छात्रों की है1 प्रदेश के शिक्षा मंत्री जुलाई माह से ही स्कूलों को खोलने का राग अलापते रहे हैं1 जबकि किसी स्टेकहोल्डर से सरकार व शिक्षा मंत्री ने कभी भी गंभीर चर्चा नहीं की1 यह तो केंद्र सरकार की गाइडलाइन के चलते हरियाणा शिक्षा मंत्री जुलाई से स्कूल नहीं खोल पाए वरना स्थिति कितनी भयावह होती यह बताने की आवश्यकता नहीं1

विद्रोही ने कहा कि केंद्र की गाइडलाइन अनुसार अक्टूबर-नवंबर से कोरोना बचाव के प्रभावी कदम उठाए बिना स्कूल खोल दिए गए1 कोरोना बचाव के नाम पर प्रबंध करने की बजाय केवल नौटंकी की1 यह प्रदेश मे छात्रों की बड़ी मात्रा में कोरोना संक्रमित पाए जाने से साबित होता है1 सवाल उठता है कि जुलाई से स्कूल खोलने की वकालत करने वाले हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने जुलाई से अक्टूबर के बीच के समय जुमलेबाजी करने की बजाय स्कूलों में कोरोना बचाव के आवश्यक प्रबंध करवाने में ताकत क्यों नहीं लगाई? जबकि विपक्ष बार-बार सरकार को चेताता रहा स्कूल खोलने से पहले कोरोना बचाव के आवश्यक प्रबंध किए जाएं1

विद्रोही ने मांग की जब तक स्कूलों में कोरोना बचाव के पर्याप्त प्रभावी प्रबंध सरकार की तरफ से न हो और उन सभी प्रबंधो का विस्तृत जायजा न ले लिया जाए तब तक हरियाणा के स्कूल बंद किए जाए1 बच्चों की शिक्षा से ज्यादा जरूरी उनके जीवन की रक्षा करनी है1 और यदि बड़ी मात्रा में स्कूली छात्र कोरोना संक्रमित हो गए तो पूरे प्रदेश में कोरोना का सामुदायिक संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाएगा1

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