गुरुग्राम 17 नवंबर। हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथोरिटी(हरेरा) गुरूग्राम के चेयरमैन डा. के के खंडेलवाल की अध्यक्षता में अथोरिटी ने सोमवार 16 नवंबर से मीडिएशन फोरम स्थापित कर दी है। इस फोरम ने काम भी करना शुरू कर दिया है।

हरेरा गुरूग्राम के इस मीडिएशन फोरम स्थापना की पहल को दोनो प्रमोटर तथा अलाॅटियों ने सराहा है और इसे हरेरा की तरफ से एक अच्छी शुरूआत बताया है। सभी की उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया से मीडिएशन फोरम ने काम करना शुरू कर दिया है। मीडिएशन पैनल में सेवानिवृत जिला एवं सत्र न्यायधीश तथा एडजुकेटिंग आॅफिसर एस सी गोयल, अथोरिटी की मुख्य शिकायत निवारण तथा मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पदमश्री खेल रत्न अर्जुन अवार्डी डा. दीपा मलिक तथा वरिष्ठ न्यायायिक अधिकारी डा. गीता राठी सिंह शामिल हैं जिन्होंने एक ही दिन में 36 मामलों की सफलतापूर्वक सुनवाई की।

अथोरिटी के पास प्रमोटर मैसर्स एमआर के खिलाफ पड़ी पुरानी शिकायतों को मीडिएशन के लिए रेफर किया गया था, जिसकी सुनवाई फोरम ने पहले सत्र में की। इसी प्रकार एक दिन के लिए रखे गए सभी 36 मामलों पर प्रोजेक्ट वार पैनल ने सुनवाई की। प्रमोटर तथा अलाॅटियों के मीडिएशन के प्रति अच्छे रूझान को देखते हुए हरेरा गुरूग्राम के चेयरमैन डा. खंडेलवाल का मत था कि विवादों के निपटारे के लिए इस प्रकार के मीडिएशन अथवा वैकल्पिक फोरम आज के समय की जरूरत है क्योंकि अथोरिटी को काफी ज्यादा संख्या में शिकायतें मिलने से उस पर लंबित शिकायतों का भार होता है और जिन मामलों को आपसी सहमति से कुछ बैठकों के माध्यम से सुलझाया जा सकता है, वे मीडिएशन फोरम को अथोरिटी भेज सकती है। इससे पीड़ित अलाॅटियों को भी लंबी और मंहगी न्याययिक प्रक्रिया में जाने से पहले सहमति से निपटारा करवाने का एक मौका मिलेगा। इससे वह मानसिक प्रताड़ना और कष्ट से बच पाएगा। इसलिए मीडिएशन प्रमोटर तथा अलाॅटी दोनो के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह विवाद को सरलता और सस्ते में सुलझाते हुए दोनो को मानसिक दबाव और प्रताड़ना से छुटकारा दिलाता है।

मैसर्स एमआर के मामले में हरेरा द्वारा गठित विशेषज्ञ पैनल की मदद से प्रमोटर स्वयं अलाॅटियों को एक सरल समाधान पेश करने के लिए आगे आया। मीडिएशन के दौरान एमआर के विभिन्न प्रोजेक्टों में फलैट बुक करने वालोें को डिले पोजेशन चार्जिज दिए गए, लेकिन अभी पोजेशन नही दिया जा सका। प्रमोटर तथा अलाॅटी दोनो ने एक काॅमन प्लैटफार्म पर आकर निर्णय लिया कि वे अपने विवाद स्वयं सुलझा लेंगे जिसमें दोनो की विजय जैसी स्थिति हो। अतः हरेरा गुरूग्राम की मीडिएशन फोरम का पहला सत्र अत्यंत सफल रहा। डा.दीपा मलिका का कहना है कि अलाॅटियों के लिए मीडिएशन एक नई प्रक्रिया है और वे यह महसूस करती हैं कि उन्हें पाॅजिटिव सोच के साथ इस प्रक्रिया का श्रेष्ठ लाभ लेने के लिए आना चाहिए।

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