कविता पाठ एवं गीत-गायन अंतर-विद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन

हरियाणा कला परिषद् के सहयोग से सुरुचि साहित्य कला परिवार का आयोजन. कविता पाठ में नव्या एवं गीत गायन में आयुष ने बाजी मारी

अनिल श्रीवास्तव

हरियाणा कला परिषद् के सहयोग से सुरुचि साहित्य कला परिवार द्वारा कविता पाठ एवं गीत-गायन अंतर-विद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन सी ए स्कूल के सभागार में 31 अक्टूबर, शनिवार को प्रातः 11 बजे से किया गया । कोरोना से बचाव की तमाम हिदायतों का पालन करते हुए,लगभग पचास लोग सभागार में सुखद अहसास के साथ सानंद उपस्थित रहे। सरस्वती वंदना श्री हरीन्द्र यादव ने की। संस्था महासचिव मदन साहनी के संचालन में मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्या निर्मल यादव ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

पूर्व आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगिता से चुने हुये कुल 18 प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की I कविता पाठ प्रतियोगिता में नव्या ने बाजी मारी जबकि आद्या को द्वितीय एवं छवि को तृतीय पुरस्कार मिला I गीत गायन प्रतियोगिता में आयुष ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि खुशी को द्वितीय व अमृता को तीसरा स्थान मिला I अतिथिगण के करकमलों से विजेताओं को पुरस्कृत किया गया I

निर्णायक के रूप में प्रख्यात कवि लक्ष्मी शंकर बाजपेई, प्रसिद्ध कवयित्री ममता किरण एवं अंजलि श्रीवास्तव ने नीर- क्षीर विवेक का परिचय दिया। कविताओं के चयन एवं उनके आस्वादन को लेकर बाजपेई जी ने कहा,कुछ कविताएं डिजाइनर कविताएं होती हैं।सुनने में वे बेशक एकबारगी अच्छी लगें , लेकिन लंबी उम्र उन कविताओं की होती है ,जो हमारी चेतना का उन्नयन करें।
भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल को याद करते हुए साहनी जी ने कहा,भारत का एक राष्ट्र के रूप में आज जो संगठित आकार हम देख रहें हैं ,उसके प्रदाता पटेल जी ही थे।वह पीढ़ी ऐसी थी ,जिसके लिए देश सबसे पहले था। संस्था अध्यक्ष डा धनीराम अग्रवाल ने निर्णायकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये स्मृति चिन्ह प्रदान किया I

कविताओं का संयंत्र वह प्रस्तुतियां बहुत मनमोहक थीं। बिना वाद्ययंत्रों के गायन कितना कर्णप्रिय हो सकता है ,यह देखते ही बन रहा था। डा धनीराम अग्रवाल ने आमंत्रित अतिथिगण , प्रतिभागियों, श्रोताओं के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया I

इस अवसर पर आर इस पसरीचा, हरेंद्र यादव , त्रिलोक कौशिक, शशांक मोहन शर्मा सहित कई पदाधिकारी उपथित थे I

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