गुडगांव: – आज दिनांक 20 अक्टूबर 2020 को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन (ए आई डी वाई आे) की जिला गुड़गांव कमेटी द्वारा बेरोजगारी के खिलाफ सभी के लिए रोजगार की मांग के लिए गुड़गांव शहर में विशाल प्रदर्शन का आयोजन किया। पुराने सिविल अस्पताल पर जिला भर से नौजवान इकट्ठा हुए। प्रदर्शन से पहले एकत्रित युवाओं की सभा को राजेंद्र सिंह एडवोकेट, प्रांतीय सलाहकार ने मुख्य रूप से संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य व केंद्र की सरकारों की रोजगार विरोधी नीतियों के कारण आज रोजगार पर रोक लगी हुई है। देश में बेरोजगारी ने पिछले 45 वर्षों का रिकॉर्ड उच्चतम स्तर हासिल कर लिया है। सरकार ने नई भर्तियों पर लंबे अरसे से रोक लगा रखी है। खाली पदों पर भी नियुक्तियां नहीं की जा रही। लंबे समय से खाली पड़े पदों को खत्म किया जा रहा है। स्थाई काम को अस्थाई कर्मचारियों से करवाया जा रहा है। हर वर्ष करीब एक करोड़ 35 लाख नौजवान पढ़ लिख कर बेरोजगारों की फौज में शामिल हो रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सेवाओं को भी निजी हाथों में सौंप कर व्यापार में तब्दील कर दिया है।

बच्चों की पढ़ाई लिखाई और परिवार की इलाज की जरूरतें पूरी करने में मां बाप कर्जवान हो रहे हैं। इसके बाद भी बच्चों को रोजगार ना मिलने से माता पिता का बुढ़ापे के सहारे का सपना चकनाचूर हो रहा है। जिससे गरीब आदमी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। सत्ता में आने से पहले 2 करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने व अच्छे दिन आने का झूठा वादा कर नौजवानों को ठगा गया। अब पकोड़े तलना, पेंचर लगाना आदि को रोजगार बता कर पढ़े लिखे बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। इन हालात को बदलने के लिए नौजवानों को संगठित होकर जुझारू आंदोलन का निर्माण करना होगा जिससे सरकार को रोजगार सृजन की नीतियां बनाने के लिए मजबूर किया जा सके।

ए आई डी वाई ओ रेवाड़ी के जिला सचिव अजय कुमार एडवोकेट ने अपने संबोधन में कहा की आज सरकारें नौजवानों को पथ भ्रष्ट करने की नीतियां अपना रही हैं। सरकार युवा आंदोलन से डरती हैं, नौजवानों की ताकत को समझती हैं, इसी लिए युवाओं की नैतिक रीढ़ को तोड़ने के लिए इंटरनेट और प्रचार प्रसार के माध्यम द्वारा अश्लीलता, नग्नता व नशाखोरी की संस्कृति का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। हम नौजवानों को शासक वर्ग की इस साजिश को समझना होगा और शहीद भगत सिंह सरीखे इतिहास के क्रांतिकारियों के जीवन संघर्ष व आदर्श को आत्मसात कर ऊंचे दर्जे का सांस्कृतिक स्तर हासिल करना होगा। इस आधार पर युवा आंदोलन निर्माण करके ही हम रोजगार के अधिकार की आपने मांग को मनवा सकते हैं।

संगठन के प्रांतीय संयोजक बलवान सिंह ने अपना विचार रखते हुए कहा की हमारा संगठन ए आई डी वाई ओ पूरे देशभर में रोजगार के अधिकार को मौलिक अधिकार के रूप में हासिल करने के लिए नौजवानों को संगठित कर रहा है रोजगार का अधिकार जीवन जीने के अधिकार की पूर्व शर्त है।
सभा के बाद एक सुसज्जित, अनुशासित जुलूस- प्रदर्शन किया गया जो सिविल अस्पताल से चलकर डाकखाना चौक, सदर बाजार, सोहना चौक होते हुए लघु सचिवालय पहुंचा। प्रदर्शन में “सभी बेरोजगारों को रोजगार दो”, “खाली पदों पर भर्ती करो”, “रोजगार मिलने तक सम्मानजनक बेरोजगारी भत्ता दो”, “निजीकरण पर रोक लगाओ”, “समान काम समान वेतन लागू करो”, “ठेकेदारी प्रथा बंद करो”, “कोरोना का बहाना बनाकर निकालें सभी कर्मचारियों को वेतन सहित वापस लो”, “रोजगार विरोधी कानून वापस लो”, “रोजगार के अधिकार को मौलिक अधिकार का दर्जा दो” आदि नारे जोरदार ढंग से बुलंद किए गए। शहर में लोगों ने प्रदर्शनकारियों को अभिवादन की नजरों से निहारा।

लघु सचिवालय पहुंच कर जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को एक ज्ञापन उपायुक्त के प्रतिनिधि एसडीएम को सौंपा गया। एसडीएम ने आश्वासन दिया की आपकी मांगे मुख्यमंत्री तक पहुंचा दी जाएंगी। अंत में बलवान सिंह ने नौजवानों का आह्वान किया की बेरोजगारी समस्या के खिलाफ आंदोलन ही एकमात्र रास्ता है जिसकी ताकत से हम अपनी मांगे हासिल कर सकते हैं। इसलिए इस आंदोलन को गली मोहल्ले तक ले जाकर नौजवानों को संगठित कर व्यापक बनाए। प्रदर्शन में अमित, बलजीत, पूजा, सुरेंद्र, हेमराज, कोमल, राजेश, कमल कांत, अशोक, श्रवण कुमार, वज़ीर आदि ने हिस्सा लिया।

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