लॉकडाउन के दौरान हुए महिला विरूद्घ अपराधों तथा उन पर अभी तक हुई कार्रवाई की समीक्षा को लेकर महिला आयोग सदस्य सुमन बेदी ने पुलिस अधिकारियों की ली बैठक हांसी , 16 अक्तूबर। मनमोहन शर्मा हरियाणा महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक बैठक लेकर लॉकडाउन के दौरान हुए महिला विरूद्घ अपराधों तथा उन पर अभी तक हुई कार्रवाई की समीक्षा की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा, सभी डीएसपी, थाना अध्यक्ष तथा जांच अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान उन्होंने लॉकडाउन के दौरान दर्ज की गई एफआईआर और उन पर अभी तक हुई कार्यवाही की समीक्षा की। सुमन बेदी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे महिला विरूद्घ अपराधों के मामलों में त्वरित कार्यवाही करें। यदि ऐेसे मामलों में जनता संतुष्टï है तो आयोग भी संतुष्टï होगा। यदि पीडि़तों के मामलों को दर्ज करने में कोताही होती है तो आयोग जिम्मेवारी तय करते हुए संबंधित के विरूद्घ कार्यवाही करेगा। उन्होंने कहा कि संबंधित थाना क्षेत्र तथा दुर्गा शक्ति को कोई महिला विरूद्घ अपराध की सूचना मिलती है तो उस पर 10 से 20 मिनट के भीतर कार्यवाही आरंभ की जाए। महिला आयोग सदस्य सुमन बेदी ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि यदि उनके साथ अत्याचार होता है तो वे अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए आगे आएं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं अपने अधिकारों का दूरूपयोग ना करें और किसी निर्दोष पर बेवजह आरोप ना लगाएं। आयोग की सदस्य सुमन बेदी ने बताया कि समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को कम करने में पुलिस प्रशासन की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि हिसार के ऑब्जरवेशन से फरार हुए बाल बंदियों पर संगीन मामले दर्ज हैं। इनमे से कई मामले महिल विरूद्घ अपराधों के हैं। ऐसे में पीडि़त पक्षों को सुरक्षा मुहैया के संबंध में जरूरी कदम उठाए जाएं। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक बलवंत सिंह राणा ने विश्वास दिलाया है कि यदि किसी महिला के साथ अन्याय होता है तो ऐसे मामलों में तुरंत कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने इस संबंध में सभी सभी डीएसपी, थानाध्यक्ष तथा जांच अधिकारियों को व्यापाक दिशा निर्देश भी दिए। Post navigation डाटा के रमलू की हत्या कर शव जलाने के मामले में पुलिस ने राममेहर को पनाह देने के आरोप में दो को किया गिरफ्तार महाराजा अग्रसेन के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक : डिप्टी स्पीकर