नैवाना युवती मामले में हिन्दू समुदाय की हुई महापंचायत।

दो दिन में युवती बरामद नहीं हुई तो होगा धरना प्रदर्शन।
युवती के परिजनों ने दी गांव छोडऩे की धमकी।

पुन्हाना, कृष्ण आर्य

 उपमंड़ल के गांव नैवाना में अनूसूचित जाति की लडक़ी के अपहरण का मामला दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है। मामले को लेकर पुन्हाना व आस-पास क्षेत्रों के हिन्दू समुदाय के लोगों की एक बड़ी पंचायत शहर की लक्ष्मीनारायण धर्मशाला में हुई। पंचायत में सर्वसम्मति से एक 15 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया। जिसने निर्णय पुलिस प्रशासन व सरकार को दो दिन का समय देते हुए लडक़ी को बरामद करने व दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की अन्यथा धरना, प्रदर्शन की चेतावनी दी। पंचायत में वक्ताओं ने जहां पुलिस प्रशासन पर मामले में ढील बरतने का आरोप लगाया, वहीं गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों पर इलाके का भाईचारा बिगाडऩे व उन्हें धोखा देने का भी आरोप लगाया। इसके अलावा युवती के परिजनों ने न्याय न मिलने पर गांव तक छोडऩे की धमकी भी प्रशासन को दे डाली।

पंचायत को सबोंधित करते हुए जाटव महासभा के प्रधान बदन सिंह, रामजीलाल सियाका, मास्टर किशन सिंह, बहरौला, बीरसिंह नंबरदार बाईखेड़ा, धर्मबीर सैनी, रतन लाल थानेदार आदि ने बताया कि गांव के मुस्लिम समुदाय के युवकों ने जबरन युवती का अपहरण कर उसका धर्म-परिवर्तन कर उससे जबरन निकाह किया है। उन्होंने बताया कि युवक नाबालिग है तो कैसे उसकी शादी हो सकती है और कैसे पुलिस दोनों को पुलिस प्रोटेक्शन दे सकती है। उन्होंने कहा कि उनकी लडक़ी को जबरन डराया व धमकाया जा रहा है और पुलिस प्रशासन दबाव में कार्य कर रहा है। अगर उनकी बेटी को दो दिन के अंदर वापिस नहीं लाया गया, तो समाज के लोग सडक़ पर उतरकर पुलिस व सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे।

गौरतलब है कि बीती 11 सितंबर को गांव नैवाना से अनूसूचित जाति की युवती को गांव के ही मुस्लिम समुदाय के युवक ले गए थे। जिसमें युवती के परिजनों की शिकायत के आधार पर युवक के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज पुन्हाना पुलिस में किया गया था। घटना के बाद युवक-युवती के शपथपत्र व वीडिय़ों भी वायरल हुए। जिनमें युवती को बालिग व युवक को नाबालिग दिखाया गया। मामले को लेकर दोनों समुदायों के लोगों की पचंायत भी हुई। जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा जल्द ही युवती को लाने की बात कही गई। परंतु घटना के लगभग 15 दिनों बाद भी लडक़ी नहीं सोंपी गई। मामला दोनों अलग-अलग समुदाय का होने के कारण गांव में जनाव का माहौल है। वहीं पीडि़त पक्ष का पुलिा प्रशासन पर दबाव में निष्पक्ष कार्यवाही न  करने का भी आरोप है। इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक समिति चेयरमेन छिद्दीराम, लालाराम भारद्वाज, मड़ल अध्यक्ष खिलौनीराम, महेश जेवर महल, राजकुमार नैवानियां, राजेन्द्र, रतन सैनी सहित समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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