-कमलेश भारतीय दो दो बुखार एक साथ । जैसे एक करेला दूजे नीम चढ़ा । फिल्मी दुनिया का ड्रग माफिया और क्रिकेट के आईपीएल का बुखार जो धीरे धीरे ज़ोर पकड़ता जा रहा है । इसी तरह फिल्मी दुनिया के ड्रग माफिया ने भी कब ज़ोर पकड़ा कि पता ही नहीं चला । सुशांत सिंह राजपूत से चला मामला कहां से कहां जा पहुंचा और अभी कहां तक पहुंचेंगा, कह नहीं सकते । एक चाबी खोलने वाला बुलाया । पर चाबी कहां से कहां जा लगी , कमाल हो गयी । रिया चक्रवर्ती से शोबिक, पिठानी और फिर तो चल सो कल नाम आते गये और काफिला बनता गया । काफिला बनता चला जा रहा है । कहां से कहां तक पहुंचा मामला । अब तो रानी पद्मावती यानी दीपिका पादुकोण से लेकर सारा अली खान , रकुल प्रीत और श्रद्धा कपूर ही नहीं खंबाटा भी । यही नहीं लगभग पचास ऐसे फिल्मी लोगों की लिस्ट जया साहा ने तैयार करवा दी कि सारी फिल्मी दुनिया अंडरग्राउंड ही न हो जाये । वाह । अंडरवर्ल्ड से अंडरग्राउंड तक पहुंच गयी बात । राजनीति का तड़का भी खूब लगता जा रहा है । कंगना रानौत से शुरू हुआ और संजय राउत , मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे , बिहार के नेता और यहां तक कि पुलिस प्रमुख गुप्तेश्वर पांडे तक सब आ गये और आते जा रहे हैं । गुप्तेश्वर पांडे ने तो स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले ली और उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारेंगे । सुशांत केस ने पांडे जी को राजनीति का रास्ता दिखा दिया । कंगना का ऑफिस टूटा लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बद्दुआ दी कि तेरे घमंड टूटे । कपिल शर्मा का घर भी बीएमसी की लपेट में आया था । कपिल ने तो हंस कर टाल दिया पर कंगना ने बद्दुआ दी । कंगना ने मनाली से लगातार हमले जारी रखे है । फिर चाहे जया भादुड़ी हो या उर्मिला मातोंडकर या कोई और । सब के लिए हमले के मूड में । इसी चक्कर में पंजाब में विरोध में अमृतसर में पुलते जला दिये गये कंगना के क्योंकि किसानों के बारे में प्रतिकूल टिप्पणी कर बैठी । क्या राजनीति में ही आने का इरादा है ? ऐसा है तो कुछ ढंग की बातें जान लो न पहले । हर विषय पर थोड़ा बोला जाता है ? कुछ तो बड़ा सोचो । अभी लोग कह रहे हैं कि सारी फिल्मी दुनिया को बदनाम न करो । देखो ओ दीवानों तुम यह काम न करो । पर बदनामी ऐसी कि काजल की कोठरी लगने लगी है फिल्मी दुनिया । अध्ययन सुमन और कंगना की बातों पर मुम्बई पुलिस कार्यवाही करते करते रुक गयी । रवि किशन , जया प्रदा और कितने फिल्मी सितारे जो राजनीति में कदम रख चुके हैं थाली को लेकर खूब बोले । छेद को लेकर खूब कहा सुनी हुई । अपनी अपनी थाली और अपनी अपनी डफली । सब बजा रहे हैं और बजाते जा रहे हैं । रिया अदालतों में जमानत के लिए मारी मारी फिर रही है । किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि मुम्बई के वकीलों की तो चांदी हो गयी क्योंकि सब वकीलों को खोजते फिर रहे हैं । देखिए कहां से कहां तक चलता और बढ़ता है यह काफिला,,,, Post navigation सुशांत से ड्रग माफिया तक स्वच्छता अभियान सांसद रहते हुए जो सपने देखे थे उन्हें पूरा होते देख खुशी हो रही है – उपमुख्यमंत्री