पिपली किसान आंदोलन पर हुए लाठीचार्ज के बाद पुलिस महकमे में सरकार द्वारा फेरबदल किया गया , अखबारों की माने तो पिपली कांड की अधिकारियों पर गाज गिरी है मगर गुरुग्राम जैसे शहर में पोस्टिंग कराने के लिए अधिकारियों को मंत्रियों के घर-दफ्तरों पर हाजरी भरते देंखा जाता रहा है – अब मिलेनियम सिटी में स्थानांतरित किया जाना गाज गिराना तो नहीं हो सकता । वरिष्ठ अधिकारी एस,पी, आस्था मोदी जिनके नाम के आगे मोदी लिखा है उनके प्रभाव को देखें तो नहीं लगता नहीं कि उनपर गाज गिर सकती थी ,उनके विषय में प्राप्त जानकारियों के अनुसार वह धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में 19 फरवरी 2019 को बतौर एस,पी, नियुक्त की गई , अपने कार्यकाल में उन्होंने पिहोवा विधानसभा से विधायक खेल तथा युवा मामले मंत्री संदीप सिंह को क़ई कार्यक्रमों में पहुंचने के बावजूद एक बार भी गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया गया , जिसकी शिकायत वह मुख्यमंत्री जी तक स्वम् क़ई मर्तबा पहुंचा चुके हैं , अब वजह कोविड-19 के समय अतिरिक्त जिम्मेवारी रही होगी याँ कानून व्यवस्था कायम करने में सलगंता रही होगी , खैर गाज ” तो किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर गिरनी बताया जा रहा है , यदि गुरुग्राम में ट्रांसफर होना याँ करना गाज गिराना है तो शायद ही किसी अधिकारी को दिक्कत हो ऐसी गाज गिरने से ! एक ओर मुख्यमंत्री जी कह चुके हैं कि उन्होंने स्वम् ही अपने को जाँच अधिकारी नियुक्त कर जाँच का निर्णय भी सुना दिया है कि आंदोलन उग्र हो चला था और ट्रेक्टर ऊपर चढ़ा रहे थे किसान जिसके कारण आत्मरक्षा करने में किसानों पर लाठियाँ बरसाई गई व किसानों को चोटें आई होंगी मगर ऐसा करने के कैसे भी सरकारी आदेश जारी नहीं किए गए थे , संभव है कि सादा वर्दी में सीआईए के जवान जिन्हें अपनी सुरक्षा के लिए बुलाया जाता है पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके एक सिपाही को मुख्यमंत्री जी ने भी देखा ऐसा उन्होंने बयान दिया ! वहीं दूसरी ओर राज्य के उपमुख्यमंत्री भाई दिग्विजय सिंह चौटाला मामले की जाँच की माँग कर चुके हैं – मगर गृहमंत्री अनिल विज साहब ने बयान दिया था कि कोई- कैसा भी लाठीचार्ज नहीं हुआ , ऐसे में तय कर पाना मुश्किल हो रहा है प्रदेशवासियों को कि वास्तव में सच कोन बोल रहा है और कौन झूठे बयान दे रहे हैं ।सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल जी के पति राजेश दुग्गल जी की एसपी आस्था मोदी के स्थान पर ही तैनाती दर्शाती है कि अपने ही चहेतों के महज स्थानांतरण किए गए हैं गाज किसी पर नहीं गिराई गई । Post navigation IPL क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाकर जुआ खिलाने/खेलने वाले रंगेहाथ काबू। लघु कहानी: परिभाषा