Life Insurance के नाम पर लोगों से पैसे ट्रान्सफर करके ठगी करने वाले आरोपी को थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने किया काबू।

आरोपी मोबाईल फोन पर Life Insurance करने के नाम पर लोगों से बातचीत करके व email पर लिंक भेजकर धोखाधड़ी से रुपए ट्रांसफर करने की वारदात को देते थे अन्जाम। देश के लगभग सभी जिलों में फैलाया हुआ था धोखाधड़ी का जाल। वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग किया गया 01 (कॉलिंग वाला) मोबाईल फोन व 22500/- रुपयों की नगदी पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से किया गया बरामद।

गुरुग्राम में रहने वाले मुकेश कुमार ने थाना साईबर अपराध में आकर एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि दिनाँक 10.09.2019 को उसके पास PNB Metalife Insurance पॉलिसी करने के नाम पर फोन कॉल आया इसे इसकी ईमेल पर एक लिंक प्राप्त हुआ जिसे इसने खोला तो इसके खाते से 50 हजार की 04 ट्रांजेक्शन करके इससे 02 लाख रुपयों की ठगी कर ली।

थाना में प्राप्त हुई उक्त शिकायत की जांच उपरान्त दिनाँक 30.04.2020 को शिकायत पर थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में अभियोग संख्या 59 धारा 420 IPC व 66D IT Act के तहत अंकित किया गया।

इस अभियोग में श्रीमती नितिका गहलोत IPS, पुलिस उपायुक्त अपराध व मुख्यालय, गुरुग्राम तथा श्री कर्ण गोयल, ACP क्राइम के दिशा निर्देशों व मार्गदर्शन के तहत कार्य करते हुए निरीक्षक जसवीर कुमार, प्रभारी थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की टीम ने तत्परता से कार्यवाही की तथा पुलिस तकनीकी व अपने गुप्त सूत्रों की सहायता से इस अभियोग की वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी को दिनाँक 11.09.2020 को फरीदाबाद से काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान धर्मेश ठाकुर पुत्र रविन्द्र सिंह निवासी जैतपुर, एक्स्टेंसन पार्ट-2, बदरपुर, दिल्ली, उम्र 38, शिक्षा 10वीं पास के रूप में हुई।▪️आरोपी को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह इस प्रकार की धोखाधड़ी पिछले 01 वर्ष से कर रहा है तथा इस प्रकार की वारदातों को काम करने में इसके अलावा इसके सहयोगी 02 साथी आरोपी 1. आकाश वर्मा पुत्र किरनपाल वर्मा निवासी बुध विहार पार्ट-2, गाजियाबाद व 2. दीपक शर्मा पुत्र कैलाश शर्मा निवासी टी-376, गली नंबर 11, गौतमपुरी, दिल्ली भी इसके इस कार्य मे संलिप्त है।

उपरोक्त आरोपी के उक्त दोनों साथी आरोपियों को भी उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार शामिल अनुसंधान किया गया।

आरोपियों ने पुलिस में बतलाया कि ये लोगों को जीवन बीमा कराने के लिए फोन कॉल करते है तथा उन्हें झूठे अधिक फायदे तथा लुभावने प्रलोभन देते, उसके ये उन्हें ईमेल व मैसेज के माध्यम से लिंक भेजकर उनकी डिटेल प्राप्त कर लेते व उनसे रुपए ट्रांसफर करवा लेते। ये लोगों से HDFC बैंक के गेटवे रेजर-पे के माध्यम से रुपए ट्रांसफर करवाते थे। ये पुलिस से बचने के लिए अपने स्थान लगातार बदलते रहते थे। जिसके कारण से ये अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बचे रहे।

आरोपी द्वारा अभियोग की वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग किया गया 01 (कॉलिंग वाला) मोबाईल फोन व 22500/- रुपयों की नगदी पुलिस टीम द्वारा आरोपी धर्मेश ठाकुर उपरोक्त के कब्जा से बरामद किए गए है।▪️आरोपी धर्मेश उपरोक्त को माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया गया, जिसे माननीय अदालत द्वारा जमानत पर छोड़ा गया। अभियोग अनुसंधानाधीन है।

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