प्लाजमा डोनेट करने के लिए आगे आएं ताकि गंभीर कोरोना संक्रमित मरीजों की समय रहते मदद की जा सके- डा. विरेन्द्र यादव गुरुग्राम, 4 सिंतबर। गुरूग्राम के सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव ने कोरोना संक्रमित मरीजो से अपील करते हुए कहा कि प्लाज्मा दान करने से व्यक्ति के शरीर पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नही पड़ता इसलिए लोग घबराएं नही बल्कि अपना प्लाजमा डोनेट करने के लिए आगे आएं ताकि गंभीर कोरोना संक्रमित मरीजों की समय रहते मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसा करके किसी व्यक्ति को जीवनदान दिया जा सकता है। क्या है कंवलसेंट प्लाज्मा- जब कोई व्यक्ति कोविड-19 जैसे वायरस के संपर्क में आता है, तो उसका इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करता है। ये एंटीबॉडीज प्लाज्मा में पाए जाते हैं जो रक्त का तरल हिस्सा है। इन संक्रमणों से लड़ने वाले एंटीबॉडी में प्लाज्मा को ‘कंवलसेंट प्लाज्मा‘ कहा जाता है। रक्तदान प्रक्रिया के माध्यम से एंटीबॉडी-समृद्ध प्लाज्मा को एक कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके उपचारित व्यक्ति से एकत्र किया जा सकता है और एक कोविड संक्रमित मरीज को स्थानांतरित किया जा सकता है जो अभी भी वायरस से लड़ रहा है। यह बीमार रोगी के इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है और रिकवरी प्रक्रिया को तेज करने में मदद करता है।कंवलसेंट प्लाज्मा दान करने के लिए कौन योग्य है? उन्होंने प्लाजमा डोनर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्लाजमा डोनेट करने के लिए व्यक्ति की आयु 18 से 60 साल के बीच होनी अनिवार्य है। इसके अलावा, ऐसी महिलाएं जिन्होंने बच्चों को जन्म नही दिया हो, वे अपना प्लाजमा डोनेट कर सकती हैं। प्लाजमा डोनेट करने के लिए व्यक्ति का वजन 55 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए। कोई भी पुरूष प्लाजमा डोनेट कर सकता है। कोरोना संक्रमण से ठीक होने उपरांत 14 दिन के भीतर प्लाजमा डोनेट किया जा सकता है। क्या महिलाएं अथवा हाई ब्लड प्रेशर की दवाई लेने वाला व्यक्ति तथा मधुमेह रोगी कंवलसेंट प्लाज्मा दान कर सकते हैं? केवल अशक्त महिला (यानी ऐसी महिलाएं जिन्होंने कभी बच्चे को जन्म नहीं दिया है/ जिनका कोई मिसकेरेज अर्थात् गर्भपात हुआ है) वे अपना प्लाज्मा दान कर सकती हैं। इसी प्रकार यदि व्यक्ति का रक्तचाप 100/60 –140/90 मिमी एचजी के भीतर है तो वह अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। यदि एक मधुमेह रोगी का ब्लड शूगर लेवल नियंत्रित है और वह इंसुलिन पर नही है तो वह प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। प्लाज्मा दान करने से पहले किस तैयारी की आवश्यकता है? प्लाज्मा दान करने से पहले व्यक्ति का उचित नींद लेना आवश्यक है। इसके अलावा, उसे अधिक से अधिक तरल पदार्थ पीने चाहिए और दान से पहले कम से कम 2 घंटे पहले उचित भोजन लेना चाहिए। प्लाज्मा डोनेट करने से कम से कम तीन दिनों तक कोई भी दवाई या शराब नही लेनी चाहिए और कम से कम एक घंटे पहले धूम्रपान नही करना चाहिए। प्लाज्मा दान के बाद क्या करें और क्या न करें? करने योग्य-प्लाज्मा दान करने के बाद व्यक्ति को बहुत सारे तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। एक सप्ताह के लिए कैल्शियम युक्त भोजन जैसे दूध, पनीर और डेयरी उत्पाद, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, सोया कैल्शियम के साथ पेय आदि का सेवन करें। क्या न करें-2 दिनों के लिए खट्टे फल या जूस जैसे नींबू, अंगूर, मौसमी, संतरा, अचार, सिरका प्याज आदि जैसे खाद्य पदार्थों वाले सिरके आदि का सेवन नही करना चाहिए। उस भुजा से भारी भार नहीं उठा सकते हैं जहाँ से प्लाज्मा को 2 से 3 दिनों के लिए लिया गया है। इसी प्रकार, 2 से 3 दिनों के लिए भारी व्यायाम नही करना चाहिए। दान के बाद कम से कम 1 घंटे तक धूम्रपान तथा 6 घंटे तक शराब का सेवन न करें। प्लाज्मा डोनेट करने वाले व्यक्ति को रोटरी क्लब द्वारा करने योग्य और न करने योग्य संबंधी तथ्यों की सूची सौंपी जाती है। सिविल सर्जन ने बताया कि प्लाज्मा दान पूरी तरह से सुरक्षित प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए लगभग 2 घंटे लगते हैं। प्लाज्मा दान करने के कोई दुष्प्रभाव नही है इसलिए लोगों को मानवता का परिचय देते हुए मदद के लिए आगे आना चाहिए। कंवलसेंट प्लाज्मा दान के 15 दिनों के बाद, दाता फिर से प्लाज्मा दान कर सकता है। Post navigation दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा सरकार को किया हाईजैक ? मेयर टीम नगर निगम को नरक निगम बनाने पर तुली : निगम पार्षद आरएस राठी