खरीफ की फसल के लिए किसानों को नहीं मिला उचित मात्रा में यूरिया. ये किसानों की ही मेहनत का नतीजा है कि कृषि विकास दर 3.4 प्रतिशत रही

चंडीगढ़, 1 सितम्बर: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय चौटाला ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि खरीफ की फसल केे लिए किसानों को लगभग दो लाख मीट्रिक टन यूरिया कम मिला है जिससे किसानों की फसल उत्पाद पर गहरा असर पड़ेगा। कोरोना संक्रमण की आड़ में पहले ही किसानों को बुरी तरह से लूटा गया है, फसल का सर्मथन मूल्य बढ़ाया नहीं गया, ऊपर से उचित मात्रा में यूरिया उपलब्ध नहीं करवाया गया। उन्होंने कहा कि आगे रबी की फसल की बुआई का समय आ रहा है और किसानों को फिर से यूरिया की किल्लत न हो इसके लिए मुख्यमंत्री को यह सुनिश्चित करना चाहिए की यूरिया की कमी किसानों को नहीं आने देंगे।


इनेलो नेता ने कहा कि इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि सरकार जीडीपी को बढ़ाने के लिए औधोगिक क्षेत्र को तो हर तरह की छूट देती है, बड़े-बड़े पैकेज देती है और किसानों को उसके उत्पाद का सही मुल्य तक नहीं दिया जाता। किसानों को कैसे बर्बाद किया जाए उसके लिए कृषि पर तीन अध्यादेश लाकर बड़े-बड़े व्यापारियों को लूटने का मौका दे दिया। फिर भी सिर्फ किसानों ने ही देश की जीडीपी में सकारात्मक वृद्धि दी है। उन्होंने कहा कि आज देश की जीडीपी माइनस में आ गई है और सिर्फ कृ षि क्षेत्र को छोड़ कर बाकी हर क्षेत्र का योगदान माइनस में रहा है। ये किसानों की ही मेहनत का नतीजा है कि कृषि विकास दर 3.4 प्रतिशत रही।

उन्होंने कहा कि प्रदेश व देश की तरक्की में किसानों का हमेशा अहम रोल रहा है इसलिए सरकार को किसानों के प्रति अपनी सोच को बदलना पड़ेगा और कैसे किसान खुशहाल बनें और आगे भी देश की जीडीपी को बढ़ाने में उनका योगदान बना रहे, उसके लिए फसलों का समर्थन मुल्य बढ़ाना चाहिए।

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